सासाराम संदीप भेलारी
रोहतास जिला के दिनारा प्रखंड के कुछ सही ग्राम में स्वामी कृष्णानंद जी महाराज के तत्वाधान में हो रहे यज्ञ के 14 में दिन की कथा में स्वामी कृष्ण मोहन जी ने प्रेम की महिमा बताते हुए कहा कि प्रेम के बिना यह जीवन बेकार है भगवान भी भक्तों के प्रेम में उनके छोटी से छोटी कार छोटे से छोटे सेवा करने को तैयार रहते हैं प्रेम जगत का सार और कुछ सार नहीं हम सभी समाज में आपस में प्रेम की भावना रखें क्योंकि पशु को भी प्रेम चाहिए मनुष्य को तो चाहिए ही पशु पक्षी जड़ चेतन सबको प्रेम चाहिए प्रेम के बिना यह जीवन बेकार है प्रेम दिवस अर्जुन रहा के भूल गए ठाकुर आई और उस प्रेम जीवन से ही मानव जन्म कलश प्राप्त किया जा सकता है