ब्यूरो चीफ रोहतास संदीप भेलरी
रोहतास जिला में एक तरफ कोरोना महामारी के प्रकोप के बीच केंद्र और राज्य सरकारों ने नए साल के जश्न को लेकर सख्त दिशा-निर्देश जारी किए हैं. दूसरी ओर, मौसम विभाग का कहना है कि नए साल पर उत्तर भारत में पारा और नीचे आने वाला है. यानी साल 2021 का स्वागत प्रतिबंधित समारोहों और कड़ाके की ठंड के साथ होगा.
डेटा इंटेलीजेंस यूनिट (DIU) ने अगले सात दिनों में मौसम के पूर्वानुमान पर गौर किया और पाया कि पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश और राजस्थान सहित उत्तर भारत के बड़े हिस्सों में भीषण शीत लहर की आशंका है
क्वीन ऑफ हिल्स के नाम से मशहूर मसूरी में सोमवार को मौसम की पहली बर्फबारी हुई. मंडी में भी बर्फबारी की खबर है. मौसम विभाग ने उत्तर भारत के एक और शहर डलहौजी में भी जबरदस्त शीतलहर की चेतावनी जारी की है जो पर्यटकों का पसंदीदा स्थल है. आज यानी 29 सिंतबर को डलहौजी में न्यूनतम तापमान -2.9 डिग्री सेल्सियस तक रहने के आसार हैं. इसके अलावा नई दिल्ली (3.6), ग्वालियर (3.8), करनाल (3.6) और पटियाला (3.6) में भी आज शीतलहर की चेतावनी जारी की गई है.
हिमालय की हवाएं बढ़ाएंगी ठंड
पश्चिमी हिमालय से आने वाली ठंडी और शुष्क उत्तर-पश्चिमी हवाओं से शीतलहर की आशंका है. ये हवाएं नए साल की पूर्व संध्या पर पटना तक पहुंच सकती हैं. मौसम विभाग के अनुसार, ये हवाएं उत्तर भारत के न्यूनतम तापमान में तीन से पांच डिग्री सेल्सियस तक की कमी लाएंगी
ऊपर दिए गए इस मानचित्र में न्यूनतम तापमान में थोड़ा बहुत अंतर हो सकता है क्योंकि जानकारी अलग-अलग सोर्स से ली गई है. हालांकि, साल के पहले वीकेंड यानी 3 जनवरी को ही इस शीतलहर से राहत मिलेगी और उत्तर भारत के मैदानी इलाकों में मौसम में गर्मी लौटने की उम्मीद है
कोरोना वायरस का नया स्ट्रेन सामने आने के बाद सतर्कता बढ़ गई है. नए साल का जश्न मनाने वालों को सलाह दी गई है कि घर पर रहें. सरकारों की तरफ से सार्वजनिक जगहों पर जश्न को लेकर तमाम पाबंदियां लगाई गई हैं. दिल्ली में अभी विस्तृत दिशा-निर्देश जारी होने का इंतजार किया जा रहा है, लेकिन ये तय है कि नए साल के मौके कड़ाके की ठंड पड़ेगी
इस बीच बाकी भारत में तापमान सामान्य रहेगा. मुंबई और महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों में न्यूनतम तापमान 4 जनवरी 2021 तक 20 के आसपास रह सकता है. बड़े और लंबे तटीय क्षेत्रों में जलवायु में ज्यादा परिवर्तन नहीं होता. इसलिए मुंबई और कोंकण तट के इलाकों में अधिकतम तापमान अपेक्षाकृत ज्यादा रहेगा. लेकिन मौसमी वजहों से दिसंबर और जनवरी के दौरान दिल्ली, चंडीगढ़, आगरा और ग्वालियर जैसी जगहों पर तापमान नीचे आएगा. हिमालयी क्षेत्र से उठने वाली ठंडी हवाएं पूरे उत्तर भारत को ठंड की चपेट में लेंगी