विवेक यादव की रिपोर्ट
पटना : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मध्यप्रदेश के राज्यपाल और बिहार के पूर्व राज्यपाल लालजी टंडन के निधन पर गहरी शोक संवेदना व्यक्त की है।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने शोक संदेश में कहा कि वे एक जननेता, शिक्षाविद तथा कुशल प्रशासक थे। उनके निधन से देश की राजनीति और शिक्षा जगत को अपूरणीय क्षति हुई है!
आपको बता दें कि लाल जी टंडन सत्यपाल मलिक से पहले बिहार के राज्यपाल थे।
उनके बाद सत्यपाल मलिक बिहार के राज्यपाल बने और उनके पश्चात वर्तमान में महामहिम फग्गू चौहान बिहार के राज्यपाल हैं। लालजी टंडन स्व. अटल बिहारी बाजपेयी के काफी करीबी रहे और भाजपा के आधार स्तम्भ भी रहे। वे उत्तर प्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष भी रहे तो लखनऊ से सांसद भी रहे। उन्होंने कई पदों पर अपनी सेवाएँ दी। लालजी टंडन का जन्म ब्रिटिश इंडिया में चौक गाँव लखनऊ में 12 अप्रैल 1935 को हुआ था, उनके पिता शिवनारायण टंडन और माता अन्नपूर्णा देवी थीं।
1958 को वे कृष्णा टंडन के साथ दाम्पत्य सूत्र में बंध गये, उनकी तीन संताने हैं। वे एक बेदाग छवि के राजनेता रहे। कालीचरण डिग्री महाविद्यालय से स्नातक करने के बाद उन्होंने समाज सेवा को चुना और उसी पगडंडी से होकर जनसंघ से होते हुये उत्तर प्रदेश में भाजपा के लिये मजबूत आधार तैयार किया। उनके पुत्र आशुतोष टंडन ने बताया कि लखनऊ के मेदांता अस्पताल में उन्होंने 21 जुलाई 2020 को 85 वर्ष की अवस्था मे अंतिम साँस ली।