संवाददाता–मो०शमशाद आलम
करगहर –स्वास्थ्य विभाग के संविदा कर्मियों ने वर्षों से वेतन वृद्धि नहींं होने व सेवा नियमित करने की मांग को लेकर वृहस्पतिवार को पीएचसी करगहर में कार्यरत कर्मियों ने काला बिल्ला लगाकर कार्य करते नजर आयें। संविदा कर्मियों ने कहा कि सरकार उनका शोषण कर रही है। सरकार द्वारा एक माह का अतिरिक्त वेतन देने का निर्देश जारी किया गया है। बावजूद इसके आज तक वेतन भुगतान नहींं किया गया। राज्य सरकार द्वारा कोरोना संक्रमण के समय कार्य पर मुस्तैद कर्मियों को भोजन व नाश्ते के पैसे भी नहींं दिये जा रहे हैं फिर भी कार्य पर डटे हुए हैं।साथ ही संविदा कर्मियों ने बताया कि संविदा कर्मी सत्रह सूत्री मांगों को ले 20 जुलाई तक काला बिल्ला लगाकर काम करते हुए विरोध प्रदर्शन करेंगे। मांग पूरा नहींं करने पर 21 जुलाई से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाएंगे। संविदा कर्मियों की प्रमुख मांगों में संविदा कर्मियों की सेवा नियमित करने, आकस्मिक मृत्यु होने पर आश्रितों को 25 लाख रूपये व परिवार के एक सदस्य को नौकरी, मानदेय का पुनरीक्षण करने व ईपीएफ कटौती शुरू करने, फीटमेंट कमेटी की अनुशंसा को लागू करना आदि शामिल है। सीनियर टेक्नोलॉजी टीवी लैब सुपरवाइजर ज्ञानेंद्र कुमार ने बताया 17 सूत्री मांगों को लेकर संघ की ओर से राज्यव्यापी आंदोलन चलाने का निर्णय लिया गया है, जिसमें मुख्य रुप से प्रबंधन से जुड़े सभी कर्मियों का एक माह के मानदेय के समतुल्य प्रोत्साहन राशि देने, पब्लिक हेल्थ मैनेजमेंट कैडर लागू कर समायोजन करते हुए सेवा को नियमित करने, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत कार्यरत कर्मियों के लंबित मानदेय का पुनरीक्षण करने और पुनरीक्षित वेतनमान देने, फिटमेंट कमेटी की अनुशंसा लागू करने, पहले से कार्यरत कर्मियों की उम्र सीमा में 15 वर्ष की छूट देने, प्रतिवर्ष 15 प्रतिशत वार्षिक वेतन वृद्धि करने, सेवा नियमित होने तक एचआर पॉलिसी लागू करने एवं चयन मुक्त जैसी प्रथा समाप्त करने, अतिरिक्त प्रभार संभालने वाले कर्मियों को अलग से भत्ता देने, संविदा मुक्त सभी कर्मियों को बिना शर्त सेवा में बहाल करने आदि मांगें शामिल है।मौके पर लैब टेक्नीशियन सुपरवाइजर सनोज कुमार, सीनियर टीबी सुपरवाइजर ममता कुमारी, गजला कुमारी,धमेंद्र कुमार, संजीव कुमार, अकबर अंसारी,नन्दु पांडेय,मंटु कुमार ,अशोक कुमार ,अमरेंद्र कुमार सहित आदि संविदा कर्मी मौजूद थे।