मसौढ़ी हाईकोर्ट के आदेश के आलोक में पटना गया डोभी एनएच-83 के एलाइनमेंट के लिए शुक्रवार को प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी के नेतृत्व में सीओ ने 27 स्थानीय निर्माण को हटाया गया। इस दौरान नादौल में अस्थाई संरचना हटाने के दौरान अपने घर में खेल रहा पांच एक वर्षीय बालक जेसीबी मशीन की चपेट में आने से बाल-बाल बच गया। इसका पड़ोसियों ने विरोध करना शुरू कर दिया। लेकिन प्रशासन ने हल्का बल प्रयोग कर उन्हें शांत करा दिया। इधर, सीओ ने इस घटना से इनकार किया है। कि इस बाबत उन्होंने बताया कि मकान में जेसीबी लगाने से पूर्व घर को खाली करा दिया गया था और अपने स्तर से इस बात की पुष्टि कर ली गई थी कि घर में कोई सदस्य नहीं है। उसके बाद ही जेसीबी मशीन लगाई गई थी।
*आरोप: धर में अकेले था बच्चा और तोड़ने में लगा दी गई जेसीबी मशीन*
जानकारी के मुताबिक, शुक्रवार को दोपहर जिस वक्त संरचना हटाने प्रशासन नादौल पहुंचा था, उस वक्त अजय साव अपने घर पर नहीं था और वहां केवल उसका पांच साल का पुत्र सागर व उसकी भगिनी थी। आरोप है कि उस वक्त घर में सागर खेल रहा था और अचानक प्रशासन ने जेसीबी मशीन उस मकान में लगा दिया। इसमें सागर बाल-बाल बच गया। बाद में अजय व उसके ममेरे भाई भाई मनोज साव समेत कुछ पड़ोसियों ने प्रशासन के इस तौर तरीके का विरोध किया।
*अब तक 43 निर्माण को हटाया*
मसौढ़ी अंचलपदाधिकारी योगेंद्र कुमार ने बताया कि इन 27 संरचनाओं को हटाने के पूर्व ही लोगों को मुआवजा दे दिया गया था और उन्हें बीते दिनों अपनी स्थायी संरचना हटा लेने का नोटिस भी दिया गया था। बावजूद उन्होंने अपनी संरचना नहीं हटाई और इस कारण प्रशासन को खुद उसे हटाना पड़ा। नदौल में पूर्व में 16 स्थायी संरचनाओं को हटाने गया था।वहां अब तक कुल 43 संरचनाएं हटाई गई है।
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