अजय सिंह
सीतापुर। यूं तो देखा जाए तो घोटालों में घोटाले का सिलसिला लगातार जारी लग रहा है ।वर्तमान सरकार ने जहां भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने के लिए कई प्रयास किए हैं और जिस में कई दिग्गज अधिकारियों पर कार्यवाही करके यह साबित कर दिया गया है की सरकार भ्रष्टाचारियों के ऊपर किसी भी तरीके से छोड़ने के मूड में नहीं है बल्कि हर संभव प्रयास यही किए जा रहे हैं कि भ्रष्टाचारियों पर कार्यवाही की जाए जिसमें नामचीन अधिकारी भी भ्रष्टाचार की जद में आए जैसे कि आइएएस बी चंद्रकला और इसी क्रम में पीसीएस अधिकारियों से प्रोन्नत आईएएस देवेंद्र पांडे शामिल है जिन पर भ्रष्टाचार साबित हुआ तो त्वरित कार्यवाही की गई। लेकिन आज भी भ्रष्टाचार करने वाले लगातार भ्रष्टाचार कर रहे हैं लेकिन उन पर लगाम लगाना नामुमकिन लग रहा है और किसी न किसी तरह से बचने का रास्ता खोजते हुए नजर आ रहे हैं। बताते चलें कि इन दिनों काफी चर्चा है कि जनपद में तैनात पीडब्ल्यूडी जूनियर इंजीनियर डीएन सिंह का नाम काफी शुमार हो रहा है जो अपनी कार्यशैली को लेकर काफी चर्चा में बने हुए बताते चलें कि डीएन सिंह काफी वक्त जनपद में गुजार चुके हैं और यह भी चर्चा हो रही है कि डीएन सिंह की ऊंची पहुंच के चलते लगभग 15 साल हो गया है। वह जनपद सीतापुर में बदस्तूर अपनी ऊंची पकड़ का फायदा उठाते हुए बने हुए हैं। बताते चलें कि इतना ही नहीं पक्की सड़कों में बड़े पैमाने पर घपले बाजी होती रही है जिससे सड़क कितने दिन चलती है यह किसी से छिपा नहीं है और वही हकीकत अगर सामने आ जाए तो कहना ही क्या? बताते चलें कि डीएन सिंह जेई के क्षेत्र में अगर घुसकर देखा जाए। तो कितनी बेहतरीन सड़कें बनी हुई इसका अंदाजा लगाया जा सकता है परंतु अभी तक इस मामले में कोई कार्यवाही नहीं हो सकी। बताते चलें कि अब चर्चाएं और मांग उठने लगी है कि डीएन सिंह का जितना समय जनपद सीतापुर में गुजरा है उसमें कहीं ना कहीं यह कहा जा सकता है कि पूरी तरीके से वह भ्रष्टाचार में संलिप्त हैं ।जिसके सहारे वह अपनी ऊंची पकड़ बनाए हुए हैं और घोटाले बाजी भी कर रहे हैं। जिससे चर्चा होने लगी है कि डीएन सिंह के क्षेत्र में किए जा रहे कार्यों की पूर्णतया अगर जांच की जाए तो सत्यता बाहर आ सकती है कि आखिरकार माजरा क्या है और डीएन सिंह जूनियर इंजीनियर के कार्यो की जांच होनी चाहिए। देखना यह होगा कि आखिरकार इस मामले में क्या प्रक्रिया होती है। हालांकि जब धुआं उठता है तो आग कहीं ना कहीं जरूर लगती है जिसका मतलब साफ है कि डीएन सिंह के भ्रष्टाचार की चर्चाएं हो रही हैं। तो यह साफ है कि भ्रष्टाचार हुआ है और इसकी जांच आवश्यक है।
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