प्राईवेट स्कूल्स एंड चिल्ड्रेन वेलफेयर एसोसिएशन ने अपने राष्ट्रीय अध्यक्ष शमायल अहमद की अगुवाई में आज सभी अठ्ठाईस राज्यों और आठ केंद्र शासित प्रदेशों और सात सौ उन्चालीस ज़िलों में प्रेस वार्ता करके प्राईवेट स्कूलों के सामने आई लाकडाऊन के कारण उत्पन्न समस्याओं की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि पूरे देश मैं एसोसिएशन से जुड़े 200000 निजी विद्यालय के संचालक एवं शिक्षक बीस लाख पत्र प्रधान मंत्री को भेजेगे और उनको प्राईवेट स्कूल और उनसे जुड़े सभी कर्मचारियों की कठिनाईयों से अवगत कराया जायेगा। प्राईवेट विद्यालयों को सुचारू रूप से चलाने का फीस ही एकमात्र साधन है। मार्च से फीस न आने के कारण विद्यालय अपने शिक्षक और गैर शैक्षणिक कर्मचारियों को वेतन देने में असमर्थ है और सभी के लिए जीवनयापन करना अब असम्भव प्रतीत हो रहा है।
विद्यालय प्रबंधन एवं समस्त कर्मचारी अत्यधिक मानसिक तनाव और पीड़ा से गुज़र रहे हैं जो जानलेवा साबित हो सकता है।शमायल अहमद ने कहा कि शिक्षक समाज हमारे देश का महत्त्वपूर्ण अभिन्न अंग है और हम सरकार से अनुरोध करते हैं कि वह सभी प्राईवेट विद्यालयों को सरकारी स्कूलों में प्रति छात्र पर होने वाले खर्च के अनुसार आर्थिक अनुदान दे और लाकडाऊन तक यह सहायता जारी रखे।
इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में एसोसिएशन के राष्ट्रीय सचिव मोरवन कॉवेल, महासचिव शैलेश प्रसाद सिंह, एसबी रॉय, प्रेम रंजन सिंह, राजेश कुमार सिंह, बी प्रियम, अभिषेक कुमार सिंह, मिस्टर अब्राहम, विकास सिंह, इफत रहमान, विशाल सिंह, कन्हैया प्रसाद, राजेश कुमार सिंह, मोहम्मद अनवर, विकास तुलसियान, अजीत कुमार सिन्हा, कैसर इमाम, डॉ. संजीव शर्मा, विवेक कुमार सिंह, स्मिता सिंह, अच्छा यूथ सिंह, अमन कुमार सिंह, उपस्थित थे।