सासाराम ब्यूरो चीफ संदीप तिवारी
सासाराम
रोहतास जिला के दावथ में शिक्षक राष्ट्र का निर्माता हैं।जिस ने अपने ज्ञान से कितने ,राम,कृष्ण,अर्जुन,कर्ण एकलव्य पैदा किये।आज उनका परिवार भुखमरी के कगार पर है।
कोरोना संक्रमण के इस वैश्विक संकट में देश के सभी स्कूल, कॉलेज एवं अन्य निजी शिक्षण संस्थान विगत मार्च से ही बंद पड़े हैं। इससे शिक्षकों के भी आमदनी के सारे स्त्रोत बंद हैं। जिससे उनके उपर भी आíथक संकट मंडराने लगा है। दूसरी ओर शहर में कमरा किराए पर लेकर अथवा हॉस्टल में रहने वाले छात्र-छात्राएं भी त्रस्त हैं। इसी कड़ी मे वित्तरहित कॉलेज प्रो बी पी सिंह कॉलेज सेमरी भौतिकी के विभागध्यक्ष प्रो कुमुद पटेल ने बताया कि लॉकडाउन के बाद उपजे आíथक संकट के कारण शिक्षक वर्ग काफी परेशान हैं। प्राइवेट शिक्षकों को ना तो कोई सरकारी सहायता प्राप्त है और ना ही उनके आय के कोई अन्य स्त्रोत हैं। और ऊपर से विद्यालय व कोचिग संस्थानों का किराया भी देना है।। वही जे डी एम पब्लिक स्कूल बभनौल के प्रधानाध्यापक शिक्षक दिनेश कुमार पांडेय ने बताया कि इस आपदा की घड़ी में एक तो परिवार चलाना सबके लिए मुश्किल हो रहा है ।वही शिक्षक गुड्डू सिंह ने बताया कि लॉक डाउन के कारण प्राइवेट स्कूल के शिक्षक का परिवार भुखमरी की स्थिति में पहुंच गया है। सरकार को चाहिए की प्राइवेट स्कूल के शिक्षकों को इस महामारी के दौरान दस हजार रुपये मासिक अनुदान दे। जिससे उनका आर्थिक संकट दूर हो सके।उन्होंने ने मीडिया के माध्यम से जिला प्रशासन एवम राज्य सरकार से अनुरोध किया है कि इस मामले का कोई उचित हल निकाला जाए।