प्रियांशु कुमार समस्तीपुर बिहार
भारतीय ट्रेड यूनियन केंद्र
समस्तीपुर सीटू जिला कमेटी की बैठक कामरेड रघुनाथ राय की अध्यक्षता में जिला कार्यालय में राज्य के संयुक्त सचिव कामरेड अनुपम कुमार की उपस्थिति में संपन्न हुई।
बैठक में इस महामारी के दौर में, बिहार में अपराधियों के बढ़ते मनोबल और सरकार की विफलता पर आक्रोश व्यक्त किया। प्रवासी मजदूरों के साथ केंद्र तथा राज्य सरकार की व्यवस्था एवं व्यवहार गुलामों जैसा रहा है l केंद्र व राज्य की सरकार पूंजीपतियों की हिफाजत में लाल चादर बिछाए हुए हैं , लेकिन मजदूरों को पैदल चलने के लिए, भूख से मरने के लिए, पानी के बिना मरने के लिए छोड़ दिया , और इनके नेता मजदूरों पर तंज कसते हुए नजर आ रहे हैं l यह कहते हैं कि मजदूर पैदल जा रहे हैं यह घूमने के लिए जा रहे हैं, इनको कोई कष्ट नहीं है इतने बड़े बेशर्मी है ये और इनके मानवता खत्म हो चुकी है।
सीटू जिला कमेटी ने आह्वान किया “चलो गांव की ओर”।
गांव में रह रहे प्रवासी मजदूरों के साथ साथ अन्य मजदूरों को श्रम कानून में पूंजीपति वर्ग के पक्ष में संशोधन को लागू करने से रोकने के आंदोलन में शामिल होने हेतु निमंत्रण व आग्रह करने का आह्वान किया।
जिला कमेटी ने बिहार सरकार से मांग किया है कि रामेश्वर जूट मिल मुक्तापुर को अभिलंब चालू करें, जूट मिल के मजदूरों का बकाया राशि का अविलंब भुगतान हो।
समस्तीपुर चीनी मिल परिसर में कृषि आधारित उद्योग का अभिलंब निर्माण करें।
मनरेगा के तहत जे.सी.बी. मशीन के प्रयोग से काम कराने वाले रोजगार सेवक को बर्खास्त करने तथा मुखिया वह अन्य संबंधित कर्मचारी पर मुकदमा दर्ज करने का मांग रखा है।
ग्रामीण इलाकों में प्रवासी मजदूर को चिन्हित कर पंचायत में रोजगार की गारंटी करने l
प्रत्येक परिवार को ₹10000 प्रति माह की दर से अनुदान देने की मांग किया।
वैसे मिड डे मील वर्कर्स जो क्वॉरेंटाइन सेंटर में प्रवासी मजदूर को भोजन बनाकर खिलाने का काम किए हैं उन्हें ₹500 प्रतिदिन की दर से अविलंब भुगतान किया जाए।
प्रवासी मजदूरों को चिन्हित कर उन्हें पंचायत में ही रोजगार की गारंटी करनी होगी।
बैठक में उपरोक्त मांग का प्रस्ताव जिला सचिव मनोज कुमार गुप्ता ने रखा जिसे संगठन के नेतृत्व कर्ता साथी रामप्रकाश यादव, डॉ. एस. एम. ए. इमाम, पार्थो सिन्हा ,अनुपम कुमार ,श्याम सुंदर, ध्रुव कांत राय , रणवीर कुमार , पूनम देवी, जागेश्वरी देवी, पिंकी देवी, मनोज कुमार मुनचुन, प्रमोद गुप्ता , राजेश्वर कुमार सिंह, ने अपना अपना विचार रखा तथा सर्व सम्मत से इसे लागू करने का निर्णय लिया।