डेहरीओन सोन रोहतास
ऑल इंडिया रेलवेमेंस फेडरेशन के आह्वान पर ईस्ट सेन्ट्रल रेलवे कर्मचारी यूनियन के डेहरी शाखा ने केन्द्र सरकार के श्रमिक विरोधी नीतियों के खिलाफ आज से शुरू की जागरूकता अभियान।
अभियान की शुरुआत करते हुए डेहरी शाखा सचिव एस पी सिंह ने कहा कि केन्द्र सरकार की सोच देशभर के श्रमिकों के खिलाफ है।यह सरकार मालिकों के हक में श्रम कानूनों में बदलाव कर श्रमिकों पर जुल्म करना चाहती है। श्रम कानूनों में हुए बदलाव को यूनियन कतई बर्दाश्त नहीं करेगी। इस बदलाव को केन्द्र सरकार को वापस लेना होगा।
वहीं रेल पथ निरीक्षक के कार्यालय से शुरू हुए इस जागरूकता अभियान को सम्बोधित करते हुए ईसीआरकेयू के पूर्व केन्द्रीय सचिव रमेश चन्द्रा ने केन्द्र के साथ संघर्ष का आहवान करते हुए कहा कि सरकार के श्रमिक विरोधी नीतियों और व्यवहार से क्षुब्ध होकर यूनियन को संघर्ष का रास्ता चुनना पड़ा है। रेलकर्मियों ने लॉकडाउन के दौरान जिस बहादुरी के साथ गुड्स ट्रेनों की परिचालन में अपनी उत्कृष्ट सेवाएँ दी, जिसके लिए सरकार को प्रोत्साहित करने चाहिए था। लेकिन श्रमिकों के घोर विरोधी सोच होने के कारण हमारी मंहगाई भत्ता ही बंद कर दिया गया। इसलिए आज से 6 जून तक सरकार के खिलाफ जागरूक अभियान चलाया जाएगा। जिसके बाद संघर्ष को और तेज किया जाएगा। इस अवसर पर ईसीआरकेयू के कार्यकारी अध्यक्ष विजय बहादुर, धर्मेन्द्र कुमार, रविरंजन सिंह, अमरेन्द्र कुमार, जीतेश कुमार, सुरेन्द्र कुमार, रमन कुमार, सुमित कुमार, प्रमोद कुमार यादव एके सिन्हा अजय कुमार सहित अनेकों रेलकर्मी व यूनियन के लोग उपस्थित थे।