संवाददाता–मो०शमशाद आलम
करगहर— लॉकडाउन में फंसे मजदूरों को सरकार द्वारा चलाए जा रहे ट्रेन से बेंगलुरू से लौटे प्रखंड क्षेत्र के शुकुलपुरा निवासी बाईस वर्षीय सुभाष कुमार पिता -मुंशी पासवान ने बाहर से आने बाद प्रखंड मुख्यालय गये जहाँ उनको 18मई को अमूल्या माता चर्च कोरेंटाईन सेंटर अमवलिया में भेंजा गया।जहाँ कोरेंटाईन होने बाद युवक सुभाष कुमार की तबीयत बिगडने लगी जिसकी सूचना परिजनों को मिली परिजनों ने बेहतर इलाज हेतु जमुहार नारायण मेडिकल कालेज ले गये जहाँ इलाज करने के बाद 29मई शुक्रवार को अपने गांव शुकुलपुरा लाये। जहाँ कि फिर से अगले दिन सुबह तबीयत बिगड़ने लगी।कि अगले दिन शनिवार को सुबह बेहतर इलाज हेतु वाराणसी ले जाने क्रम में मौत हो गई।
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार बताया जाता है कि युवक पीलिया से ग्रस्ति होने के कारण मृत्यु होई है।मौत के बाद स्थानीय प्रशासन से पोस्टमार्टम कराने की मांग करने लगे।
वहीं दूसरी ओर अमवलिया स्थित क्वारंटाइन सेंटर में भर्ती मृतक का चचेरा भाई बॉबी देओल पिता तुलसी पासवान ने बताया कि हम लोग साथ में काम करते थे और विगत 18 मई को यहां पहुंचे थे ।जहां सेंटर पर पहुंचने के बाद उसके चचेरे भाई सुभाष पासवान की तबीयत बिगड़ गई तो परिवार के लोग उसे एनएमसीएच ले गए ।
इस संबंध में बीडीओ मोहम्मद असलम ने बताया कि 18 मई को अमवलिया क्वारंटाइन सेंटर में उसका नाम सुभाष कुमार नाम दर्ज किया गया है लेकिन वह सेंटर में भर्ती नहीं हुआ । बीमारी की वजह से परिजन उसे इलाज के लिए ले गए । जहां गांव में उसकी मौत हो गई ।
थानाध्यक्ष सुशांत मंडल ने बताया कि परिजनों के आग्रह पर शव को संक्रमण जांच के लिए एनएमसीएच भेजा गया।जहाँ से रिपोर्ट आई कि युवक की मौत कोरोना से नही हुई,यह पीलिया से ग्रस्ति होने कारण हुई युवक लम्बे समय से पीलिया से ग्रस्ति था