ETV News 24
देशबिहाररोहतास

कैशपार व माइक्रो फाइनेंस कंपनी द्वारा किस्त मांगे जाने से महिलाएं परेशान

करगहर —-देशव्यापी लॉकडाउन 24 मार्च से ही लगातार जारी है जोकि लॉक डाउन 4.0 के साथ 31 मई तक जारी रहेगा। इस दौरान उद्योग-धंधे पूरी तरह चौपट हो गए साथ ही छोटे-मोटे व्यापार करने वाले बेरोजगार है और बड़ी मुश्किल से अपना जीवन यापन कर रहे। इसी बीच में क्षेत्र में कैशपार व माइक्रो फाइनेंस कंपनियां जो कि समूह लोन देने वाली कंपनी है वे अब सप्ताहिक किस्त लेने के लिए फोन कर रही हैं।और रिकवरी के लिए घर पर जाकर मांग रहे है। महिलाओं के समूह के पास लॉकडाउन के कारण अभी पैसे नहीं है और वह अभी लोन किश्त देने में सक्षम नहीं है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा कोरोना वायरस संक्रमण से बचने के लिए देश में लॉक डाउन लगाया गया था जो अभी भी चल रहा है साथ उनके द्वारा घोषणा भी की गई थी कि बैंक फाइनेंस कंपनियां ईएमआई किसी से भी 3 माह तक नहीं लेंगी, परंतु देश के प्रधानमंत्री के आदेश की कैशपार व माइक्रो फाइनेंस कंपनियां खुलेआम धज्जियां उड़ाते हुए लोन की रिकवरी करने के लिए फोन लगा रही है और घर जा रही है। जिससे महिलाओं में चिंता देखी जा रही है। ज्ञात हो कि करगहर प्रखड़ में कैशपार व माइक्रो फाइनेंस सहित कई कंपनियां संचालित है जो महिलाओं के द्वारा बनाए ग्रुप को ही लोन देती है। जिससे कि समूह में मौजूद महिलाएं कोई भी छोटा-मोटा कार्य करके अपने पैरों पर खड़ी हो सके। इसके साथ ही यह कैशपार व माइक्रो फाइनेंस सहित कंपनियां दिए जाने वाले लोन में महिलाओं के समूह से किस्त बांधकर पैसे लेती है। जिसमें क़िस्त चुकाने की समय सीमा सात-सात दिन व 15-15 दिन की होती है।वैसे तो कई महिला समूह के द्वारा पहले समय पर किस्त भी दे दी जाती थी लेकिन अचानक लगे देश में लाकडाउन के कारण मजदूर व छोटे -मोटे व्यापार करने वाले लोगों के सामने आर्थिक संकट उत्पन्न हो गया, जिससे वह लोन की किस्त देने में सक्षम नहीं है। एक महिला समूह के सदस्यों ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि कैशपार फाइनेंस कंपनी द्वारा लगातार दो दिनों से लोन किस्त देने को लेकर कहा जा रहा है। यदि हमारे पास अभी पैसे होते तो हम जरूर दे देते हमारे द्वारा समय मांगने पर अधिक ब्याज लगेगा कहा जा रहा है और यह क़िस्त देना ही पड़ेगा। कंपनी का कहना है कि हमें 1 मई से ऑफिस की अनुमति मिल गई है इसके लिए हम लोन की वसूली कर सकते हैं लेकिन महिलाएं अपनी पीड़ा किसे बताएं। उन्होंने जिला कलेक्टर से मांग की है कि उन्हें लोन किस्त में कुछ और महीने की राहत दी जाए जिससे वह आने वाले समय में जरूर दे देगी।

इनका कहना है।

रिकवरी करने वाले फाईनेंस के कर्मी का कहना है कि हमारे द्वारा लोन की किस्त मांगी जा रही है लेकिन जबरदस्ती नहीं की जा रही है जो सक्षम है वह दे सकते वैसे जून से तो किश्त देना होगा है।

Related posts

श्राद्ध कर्म में शामिल हो जनप्रतिनिधि व समाजसेवियों ने किया श्रद्धा-सुमन अर्पित

ETV News 24

अवैध रूप से खनन कर ट्रैक्टर पर लादकर ले जा रहे 10 ट्रैक्टर बालू को जप्त कर पूसा पुलिस के हवाले कर दिया

ETV News 24

डीएम इनायत खान ने प्रखंड पदाधिकारी को दियें निर्देश कोरोना वायरस से बचने के लिए निस्सहाय एवं बेबस लोगों को निशुल्क माक्स वितरण

ETV News 24

Leave a Comment