संझौली/रोहतास
परिवार नियोजन को लेकर मिशन परिवार विकास अभियान 14 जनवरी से की जाएगी। इस मिशन को लेकर राज्य स्वास्थ समिति के निदेशक मनोज कुमार ने जिलाधिकारी एव सिविल सर्जन को पत्र भेज कर निर्देश दिया है।पत्र में मिशन परिवार अभियान दो चरणों में चलाने की बात कही है । पत्र में अभियान के तहत 14 से 20 फरवरी तक संपर्क पखवाड़ा सप्ताह मनाया जाएगा।जबकि 21 से 31 जनवरी को परिवार नियोजन सेवा सप्ताह का आयोजन किया जाएगा। पत्र में दंपति संपर्क पखवाड़ा के तहत गांवो में जागरूक अभियान चलाने की बात कही गई है । इसमे शादी के बाद पहला बच्चा में कम से कम दो वर्ष का अंतराल होना चाहिए। दो बच्चों में कम से कम तीन साल का अंतर होना चाहिए।गर्भपात के परिवार नियोजन के स्थाई एवं अस्थाई साधन का उपयोग करने की सलाह देने की बात कही गई है ।परिवार नियोजन सेवा सप्ताह के बाद नसबन्दी का शिविर का आयोजन किया जायेगा। इस संपर्क पखवाड़ा के दौरान संस्थागत प्रसव के बाद लगभग 60 फीसदी और सुरक्षित गर्भपात के कम सेकम 90 फीसदी दंपति में परिवार नियोजन हेतु मांग है।इसको ध्यान रखते हुए महिला नसबन्दी एवं कॉपर टी के लिये संस्थानों में विशेष बल दिया जाएगा।महिलाओ को परिवार नियोजन के लिये प्रेरित किया जाएगा। केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने प्रजनन दर कम करने के लिये आधुनिक गर्भनिरोधक साधनों की समुदायिक स्तर पर पहुच सुनिश्चित करने एवं परिवार नियोजन में प्रति जनजागरूकता को बढ़ाने के लिये उच्य प्रजनन दर की सूची में शामिल में शामिल करने के मिशन विकास परिवार के तहत वर्ष 2025 तक बिहार में प्रजनन दर 2.1 तक लाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।जिसमें गर्भनिरोधक के नए साधन अंतरा छाया, सारथी वैन से परिवार नियोजन जागरूकता,नवदंपति के लिये नई किट तथा समुदायिक जागरूकता के लिये सास बहू सम्मेलन जैसे कार्यक्रम का आयोजन करना है।