भागलपुर, बिहार। मध्य प्रदेश की कमलनाथ सरकार संकट में दिख रही है. कांग्रेस का कहना है कि आठ विधायकों को बीजेपी ने जबर्दस्ती गुड़गाँव के एक होटल में रखा है। इन आठ विधायकों में चार कांग्रेस के हैं, इसमें सपा-बसपा के एक-एक विधायक हैं, इसके अलावा दो निर्दलीय विधायक हैं. इन विधायकों का समर्थन भी कमलाथ सरकार को मिला हुआ है। 230 विधानसभा सीटों वाले मध्यप्रदेश में 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी। इस चुनाव में कांग्रेस को 114 सीटें मिली थीं, हालांकि वह बहुमत के आंकड़े से दो सीट दूर रह गई थी। बता दें कि मध्यप्रदेश में बहुमत के लिए 116 सीटें चाहिए। वहीं, भाजपा को 109 सीटें मिली थीं। इसके अलावा निर्दलीय को चार, बसपा को दो सीटें और सपा को एक सीट मिली थी। चुनाव परिणाम के बाद चार निर्दलीय, सपा के एक और बसपा ने एक विधायक ने कांग्रेस को समर्थन देने का एलान किया था। ऐसे में कमलनाथ को बहुमत से चार ज्यादा यानी 120 विधायकों का समर्थन प्राप्त है। इस सम्बन्ध में अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर ख्याति प्राप्त ज्योतिष योग शोध केन्द्र, बिहार के संस्थापक दैवज्ञ पंo आरo केo चौधरी उर्फ बाबा-भागलपुर, भविष्यवेत्ता एवं हस्तरेखा विशेषज्ञ ने सुगमतापूर्वक बतलाया कि:- 18 नवंबर 1946 को उत्तर प्रदेश के कानपुर शहर में मीन लग्न व कन्या के चन्द्रमा में जन्में कमलनाथ वर्तमान परिप्रेक्ष्य में शनि महादशा में गुरु की अन्तर्दशा चल रहे हैं। शनि पंचम भाव में तथा गुरु अष्टम भाव में होने के फलस्वरूप उनको परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है और पार्टी में उनका प्रभाव कुछ कम होगा। इस कारण उनके विरोधी कुछ समय के लिए उन पर हावी हो सकते हैं किन्तु बाद में मई 2020 में कमलनाथ को भाग्य भाव में बैठे बुध की शुभ महादशा प्रारंभ होगी जिसमें वह बड़ी कामयाबी से प्रदेश में अपनी सरकार के काम-काज से लोकप्रियता हासिल करेंगे और अपनी पार्टी सहित अन्य विरोधियों को पछाड़ देंगे। ज्योतिर्विद्या के आलोक में ऐसा परिलक्षित हो रहा है कि मध्य प्रदेश में भाजपा की उठापटक बेकार, चलती रहेगी कमलनाथ सरकार। हम अपना प्रयास कर सकते हैं लेकिन उसकी भी एक सीमा है और जो उस सीमा से आगे की बागडोर संभालता है उसी का नाम ईश्वर है।