दिनारा/रोहतास
प्रखंड मुख्यालय से लगभग 15 किमी दूर बसे सैसड ग्राम पंचायत में पंचायत सरकार भवन निर्माण की प्रक्रिया अभी सरकार फाइलों में बंद है।यहाँ की जनता को अपने कार्य के लिए प्रखंड मुख्यालय जाने को विवश होना पड़ता है।इस वजह से उनका समय और धन दोनों का ह्रास होता है। महात्मा गांधी के ग्राम स्वराज का स्वप्न यहां पर धूमिल होता दिखाई दे रहा है। पंचायत सरकार भवन के अभाव में पंचायत प्रतिनिधियों को अपनी बैठक करने एवं आम सभा में परेशानी का सामना करना पड़ता है।
पंचायत सचिव,हल्का कर्मी, ग्राम कचहरी के सचिव ,न्याय मित्र एवं अन्य कर्मियों के निश्चित कार्यालय के अभाव में पंचायत की जनता दर दर भटकने को मजबूर होती है। राष्ट्र के 71वें गणतंत्र दिवस पर पंचायत प्रतिनिधियों के लिए राष्ट्रीय ध्वज फहराने का कोई निश्चित स्थान नही होना सुशासन के दावे की पोल खोलती है।