रमेश कुमार पांडेय की रिपोर्ट
सासाराम। मानसून की पहली बारिश ने कोचस नगर पंचायत की पोल खोल दी है।जहाँ कागजों में करोड़ों रुपए की खर्च दिखा कर अपनी अधिकारियों द्वारा बहाबाही लूटी जा रही है।वही आम लोग इस क्षेत्र में जीवन जीने को बिवश है।नगर पंचायत अन्तर्गत कोचस चौक से पावर हाउस तक सासाराम चौसा पथ बड़े बडे़ गढ्ढे मे तब्दील हो गया है।सासाराम-चौसा पथ में बीच सड़क पर ही जल जमाव,नाले का बहता पानी व कचरे के ढेर से नगर पंचायत वासी काफी परेशान हो गए हैं।वहीं प्रतिदिन आने जाने वाले राहगीर के अलावे सड़क से होकर गुजर रहे छात्र छात्राओं को काफी परेशानी उठानी पड़ रही है,लेकिन इस परेशानी से पथ निर्माण विभाग व नगर प्रशासन बेखबर है।साथ ही मुख्य गलियों की भी यही हालत बनी हुई है।
आम जनता को हो रही परेशानी के बाद भी पीडब्लूडी,नगर पंचायत प्रशासन से लेकर जनप्रतिनिधि मूकदर्शक बने हुए हैं। बाजार से होकर गुजर रहे इस मार्ग में नाले का गंदा पानी अक्सर बहते रहता है।जिससे कोचस चौक के आसपास हमेशा जल जमाव की स्थिति बनी रहती है।सड़क से होकर जब चार पहिए वाहन या ट्रक गुजरते हैं तो पैदल चल रहे यात्रियों के कपड़ाें पर अक्सर गंदे पानी का छिटा पड़ जाता है।सड़क पर गड्ढे ही गड्ढे हैं।इस सड़क पर प्रतिदिन हजारों गाडी़ का आवागमन रहता है।इतनी परेशानी के बावजूद भी आजतक न तो सड़क का मरम्मत कराया गया और न ही नालें का निर्माण कराया गया।
पूर्व जिला परिषद सदस्य सह कांग्रेस नेता मुन्ना कुमार पासवान ने कहा कि जर्जर सड़कों के कारण आए दिन दुर्घटनाओं में काफी तेजी से इजाफा हो रहा हैं और लोगों को आवागमन में परेशानी का सामना करना पड़ रहा हैं। पथ निर्माण विभाग के अभियंताओं को अवगत कराने के बावजूद कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है।अब सड़क नदी जैसा दिख रहा हैं। पथ निर्माण विभाग को जर्जर पथ पर कोई ध्यान नहीं है।हो सकता है कि नगर प्रशासन अब किसी बडी़ दुर्घटना का इंतजार कर रहा हो।आपको बता दें कि पूर्व दिनों समुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के औचक निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी धर्मेंद्र कुमार ने इस पथ की बतदर हालत को देखकर अविलंब मरम्मत कराने का निर्देश पथ निर्माण विभाग व नगर पंचायत के कार्यपालक पदाधिकारी को दिया था,परन्तु उनका निर्देश भी अब तक बेअसर दिख रहा है।