मसौढ़ी नगर परिषद की सत्ता का खेल बुधवार को उस वक्त और प्रबल हो गया,जब विरोधी पक्ष के समर्थन में चार और वार्ड पार्षद भूमिगत हो गए। इस तरह विरोधी पक्ष के समर्थन में भूमिगत होनेवाले कुल पार्षदों कि संख्या बढ़कर अब 19 हो गई है। गौरतलब है कि नगर परिषद में कुल 26 वार्ड है। बताया जाता है कि इनस भी पार्षदों को सुबे से बाहर पर्यटन स्थल पर ले जाया गया है। विरोधी पक्ष का दावा है कि अब सत्ता पक्ष के पास कोरम पूरा करने के लिए भी पार्षदों की संख्या कम पड़ जायेगी। सूत्रों की मानें तो सत्ता पक्ष में इससे खलबली मच गई है और अब वह अपना सम्मान बनाए रखने के लिए विरोधी पक्ष की एक पार्षद को मुख्य पार्षद बनाने के लिए बुधवार को प्रस्ताव दिया। हालांकि इस प्रस्ताव पर क्या सहमति बनी है यह पता नहीं चल सका।इधर सत्ता पक्ष के पूरे आत्मविश्वास के साथ जीत के प्रति अविश्वास है।ऐसे में 5 जुलाई के बाद ही यह पता चल सकेगा कि नगर परिषद की वर्तमान सत्ता कायम रह पाती है अथवा विरोधी पक्ष अपने अभियान में कामयाब हो जाता है। इधर, नगर परिषद के सत्ता को लेकर चल रही उठा पटक की चर्चा बुधवार को शहर में दिनभर होती रही और नगरवासियों की निगाहें बड़ी ही आतुरता से आने वाली 5 जुलाई पर लग गई है क्योंकि 5 जुलाई के बाद ही वर्तमान सत्ता के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया जा सकता है।
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