प्रियांशु कुमार समस्तीपुर बिहार
समस्तीपुर जिले के बिभुतिपुर भुसवर में सनातन धर्म मंडल के अध्यक्ष डॉ शंभू कुमार ने कहा कि कुछ तथाकथित मुर्ख अज्ञानी अपना नाम चमकाने और वोट लेने के लिए सनातन धर्म पर गलत टिप्पणी करते हैं। जो गलत ही नहीं निराधार भी है। जिससे करोड़ों सनातनी हिन्दू की भावना आहत हुई हैं। संविधान के तहत धर्म निरपेक्ष राष्ट्र के नातें धर्म मानने की स्वतंत्रता है तो इसका मतलब यह कदापि नहीं है कि कोई सनातन धर्म पर टिप्पणी कर धर्म का अपमान करें। अपनी सत्ता की राजनीतिक रोटी सेंकने के लिए सनातन धर्म पर टिप्पणी करने से वाज आए। सनातन धर्म संसार में सबसे प्राचीन सार्वभौम सर्वश्रेष्ठ धर्म है। सनातन धर्म संस्कृति समष्टि बाद के सिद्धांत पर चलतीं है, जहां सत्य,अहिंसा,दया करुणा के साथ न्याय दर्शन की प्राथमिकता दी गई है। प्रत्येक जीव मात्र को ईश्वर के अंश के रूप में स्वीकार किया गया है। यहां तक प्राकृतिक संसाधनों के साथ पेड़ पौधों के साथ मानवीय पारिवारिक रिश्तों को कायम किया गया है जिस वजह से वृक्षों की पुजा उपासना करते हैं। हमने निर्जीवों पर्वतों के साथ रिस्तें कायम कर पर्वतों और पत्थरों को भी भगवान मानकर पुजा करते आ रहे हैं। और स्टालिन जैसे अज्ञानी अपने माता-पिता को भी सम्मान नहीं करते होंगे हमने जलाशयों को सिर्फ जल श्रोत और उपयोग की चिजें नहीं माना बल्की गंगा कों मां कहकर पुजा भी करते हैं। अपने कुल में उत्पन्न कुलश्रेष्ठ ब्यक्ति की कुलदेवी देवता मानकर उपासना आराधना करते हैं।ग्रह नक्षत्र के नाम पर उपवास करते हैं जिससे अराधना के साथ शरीर की शुद्धि होती है और स्वस्थ्य दीर्घायु जीवन का आनंद लेते है।सुर्य को जल देकर किरण से शरीर की रक्षा करते हैं। सनातन धर्म पूर्णतः वैज्ञानिक तथ्यों पर आधारित है,जिसें विज्ञान धीरे धीरे प्रमाणित कर रहा है। भारतीय संस्कृति के धार्मिक ग्रंथों रामायण महाभारत पुराण उपनिषद वेद वेदांत में कहीं गई बातें और स्थल अक्षरशः सत्य हो रहें हैं। फिर भी कुछ तथाकथित मुर्ख अज्ञानी कुछ बोलकर अपनी पहचान बना रहे हैं।आज जब अधिकांश लोग सभी मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री के नामों को नहीं जानते है तो ऐसे लोगों को कोन जानता है। कुछ फिरका परस्त ताकतें अपनी पहचान के लिए धर्म पर कुछ भी बोल रहे हैं ।जिसकी कीमत चुकानी पड़ेगी छब्बें बनने के फ़िराक़ में दुग्गी बन जाएंगे।