प्रियांशु कुमार समस्तीपुर बिहार
समस्तीपुर जिले में बताते चलें की सरकारी डॉक्टर खुलेआम निजी चिकित्सालय खोलकर जनता को शोषण दोहन करने का कार्य सिविल सर्जन के संरक्षण में खुलेआम किया जा रहा है जिसका ताजा नमूना यह है कि जो एबॉर्शन अस्पताल में करना चाहिए वह अबॉर्शन अपने निजी चिकित्सालय में कर जनमानस का शोषण करते नजर आए हैं आज एक शर्मा जी नामक डॉक्टर के द्वारा अपने निजी अस्पताल में एक महिला था अबॉर्शन किया गया जिसमें डॉक्टर के लापरवाही के कारण पेट में कोई नस कट गया और अनन फनन में महिला नर्स ने पिडित महिला से अंगुठा का निशान जबरदस्ती लें लिया महिला ने बताया कि मेरी बहन की तबियत ज्यादा खराब हो रही थी और यह लोग मुझे कहने की या तो सिग्नेचर करो या अनुठा लगाओ तभी अगे भेजेंगे नहीं यही रहो हमारी जिम्मेदारी नहीं है जिससे मेरे बहन की हालत ज्यादा बिगड़ लगीं तो वहां के डॉक्टर के द्वारा उसे दरभंगा के किसी अस्पताल में ले जाया गया जहां उसे अस्पताल में महिला को एडमिट करने से इनकार कर दिया इसके उपरांत फिर उसी डॉक्टर के द्वारा उसे लौट कर समस्तीपुर अपने निजी अस्पताल में रखा गया पर हालत दिन पर दिन बिगड़ती चली गई अभी वह महिला किसी दूसरे निजी अस्पताल में एडमिट है वही उसकी हालत ठीक नहीं महिला का आरोप है कि उसे गांव के ही आशा के द्वारा बहला फुसलाकर निजी क्लीनिक में भर्ती कराया गया जहां उसके साथ यह दर्दनाक घटना हुई।
मरीज के परिजनों के द्वारा यज्ञ बताया गया की आशा कार्यकर्ता अपना घर छोड़कर फरार है।
वहीं महिला जिंदगी और मौत से जूझ रही है पिडित और परीवार ने कहा मुझे इन्साफ चाहिए और ऐसे दोषी व्यक्तियों पर जिला प्रशासन सख्त कार्रवाई करें और मुझे जो परेशानी का सामना करना पड़ा है मुझे मुअफाजा दिया जाए मजदूरी कर जीवन वयापन कर रहे हैं पिडित महिला परीवार की आर्थिक स्थिति दैनिक।
आखिर दोषी कौन वह मैरिज या वह डॉक्टर या सदर अस्पताल के सिविल सर्जन या या बिहार की व्यवस्था। जब हमारे संवाददाता ने सिविल सर्जन से मोबाइल वार्ता में बातचीत में बताया की दरभंगा पीएमसीएच में अच्छी व्यवस्था है लेकिन लोग बहकावे में आकर निजी क्लीनिक में जाकर फस जाते हैं वही पीड़ित परिवार को लेकर बताया जैसे ही लिखित शिकायत आती है उचित कार्रवाई की जाएगी दोषी व्यक्तियों के ख़िलाफ़ कार्रवाई की जाएगी पत्रकार को आश्वासन दिया।