प्रियांशु कुमार समस्तीपुर बिहार
प्रखंड क्षेत्र से गुजरने वाली बागमती के जल स्तर खतरे के निशान से हायाघाट में 6 मीटर नीचे क्लोजर पंचायत के गगौरा में नदी किनारे बसने वाले परिवारों में कटाव अविरोधी के जगह जगह ध्वस्त होने को लेकर लोगों में अफरा-तफरी महेंद्र सहनी के घर कटाव के कागार पर होने से अन्य परिवारों में भी दहशत का माहौल है। बताते चलें कि कल्याणपुर प्रखंड के तिर्मोहन घाट से लेकर हायाघाट से गुजरने वाली बागमती नदी के जलस्तर में कमी तो हुई है लेकिन जगह-जगह नदी की गर्जना के साथ कटाव जारी है। कलौजर पंचायत में रमजान नगर करौली टोला सलहा अकौना बघला नामापुर मलकौली जटमलपुर तीरा कमरगामा गोबरसीठा होते हुए बागमती की धारा हायाघाट में मिलती है। वहां कई नदियों का संगम है। गुरुवार को हायाघाट में खतरे के निशान से 6 मीटर नदी का जल स्तर नीचे। 2 दिन पूर्व नदी के जलस्तर में काफी वृद्धि हुई थी ,अचानक कमी शुरू हो गई। वहीं दूसरी ओर नदी के किनारे बनाई गई संवेदक के द्वारा कटाव अवरोधी थोड़ी सी जल स्तर वृद्धि में ही ध्वस्त हो गई। रमजान नगर में बनाई गई कटाव अवरोधी कार्य मानक के अनुरूप नहीं था इसमें सरकारी खजाने के एक करोड़ 59 लाख रुपए खर्च हुए पूर्व मुखिया कैलाश साहनी की माने तो शीला कंस्ट्रक्शन द्वारा उक्त कार्य कराया गया था। पूर्व मुखिया ने आगे बताया कि अभी बाढ़ आई नहीं बनाई गई कटाव अवरोध ध्वस्त हो चुकी वहीं दूसरी ओर विजय कुमार संवेदक के द्वारा बनाई गई 22 लाख की लागत से गंगौरा मानक के अनुरूप कार्य नहीं है बिना बाढ़ के ही ध्वस्त के कागार पर है कुछ ध्वस्त भी हो चुकी। उसी पंचायत के पूर्व मुखिया पंकज कुमार ठाकुर महावीर राय ने उच्चाधिकारियों का ध्यान आकृष्ट कराते हुए इसकी उच्च स्तरीय जांच कराने दोषी के खिलाफ कार्रवाई की मांग जताई। साथ ही विस्थापित परिवारों के बासगीत परचा के साथ आवास मुहैया कराने की मांग की है।