प्रियांशु कुमार समस्तीपुर बिहार
समस्तीपु21अप्रैल (सरदार हरबिन्दर सिंह)-आज शुक्रवार को रमजान के मुबारक महीने की अलविदा जुमा की नमाज प्रत्येक गाँव और मुहल्लों मे स्थित मस्जिदों में अमन चैन की दुआओं के साथ शांतिपूर्वक संपन्न हुई।इस दौरान मस्जिदों के पास काफी संख्या में पुलिस फोर्स की तैनाती रही।अलविदा जुमा के मद्देनजर अधिकारी पहले से सड़कों पर उतरे हुए थे,और वे सुरक्षा व्यवस्था का जायजा ले रहे थे। दंगा विरोधी गाड़ी को भी तैनात किया गया था।
बड़ी मस्जिद समेत विभिन्न मस्जिदों में नमाजियों ने देश में अमनो-अमान की दुआ मांगी,साथ ही अलविदा जुमा,रमजान की फजीलत,और ईद के बारे मे बयान किया गया
बड़ी मस्जिद में भीड़ और धूप को देखते हुए मस्जिद कमिटी की तरफ से दरी,चटाई,त्रिपाल आदि का इंतजाम किया गया।
*ईद की खरीदारी शुरू*
अलविदा जुमा की नमाज अदा करने के बाद से ही रोज़ेदारो ने ईद की खरीदारी शुरू कर दी,बाजारों में भीड़ जुटने लगी है सवाई ,कपड़े और शृंगार की दुकानों पर ग्राहक पहुचने लगे हैं जुमा से शुरू हुए इस रमजान महीने की समाप्ति भी जुमा में ही होने के आसार नजर आ रहे हैं हालांकि आज रमजान का 29वा रोजा है लेकिन सऊदी में आज ईद होने के कारण अनुमान है की भारत में आज ईद का चांद नजर आ जायगा और कल देश मे ईद की नमाज अदा की जाएगी
*अलविदा की नमाज का क्या है महत्व?*
माह-ए-रमजान में जुम्मे की नमाज का विशेष महत्व होता है। कहते हैं कि अलविदा जुम्मा के दिन साफ-सुथरे और नए कपड़े पहनकर मस्जिद में नमाज पढ़ने से कई गुना अधिक सबब मिलता है। आपको बता दें कि इस्लाम में जुम्मा यानी शुक्रवार के दिन को काफी खास बताया है। मान्यताओं के मुताबिक, एक जुम्मे की नमाज अदा करने से 40 नमाज अदा करना का सबाब मिलता है। ऐसे में रमजान के पाक महीने में पड़ने वाले जुम्मे का महत्व और बढ़ जाता है। कहा जाता है कि अलविदा जुम्मा की नमाज अदा करने से अल्लाह व्यक्ति के हर गुनाह को माफ कर देता है और उसकी हर मुराद को पूरी कर देते हैं।
*अल्लाह सुनते हैं सबकी मुराद*
अलविदा जुम्मा के दिन अल्लाह सबकी दुआओं को सुनता है और उन्हें सुकून, शांति प्रदान करता है। आज के दिन मुस्लिम समुदाय के लोग कुरान मस्जिदों में कुरान पढ़ने के साथ ही गरीबों को कपड़ा और खाना खिलाकर उनकी मदद करते हैं।