पत्रकार रामकिशोर वर्मा की कलम से
करहल मैनपुरी
*प्लीज एसडीएम साहब मुझ गरीब की मदद कर दो ———–सर गाॅव मे मौके पर जाकर देख लो , मेरे साथ अन्याय हो रहा है दबंगों का अन्याय सहन नहीं हो रहा साहब , मुझे गांव से पलायन करने के लिये मजबर किया जा रहा है , एसडीएम साहब मेरी मदद कर दो प्लीज*
*यह कहना है करहल के ग्राम अहमदपुर के मजरा ग्राम बुधुआ निबासी परेशान पीड़ित महिला के पति आशाराम का —- तहसील मुख्यालय पहुंच रो रोकर अधिकारियों को सुनाई अपनी मौजूदा ग्राम प्रधान की दबंगई की दास्तान*
*करहल में पीड़ित मां बेटी इधर अधिकारियों से लगाते रहे न्याय की गुहार–उधर दबंगों ने गरीब के घर पर कर दिया खेला*
*दबंग ग्राम प्रधान ने अपने गुर्गों की मदद से ग़रीब मां बेटी के घर के आम रास्ता बनाने हेतु रातों रात लगा दिया लोहे का गेट/ राज मजदूर लगाकर रातों रात करा दिया पक्का निर्माण*
*पीड़ित आशाराम ने करहल उपजिलाधिकारी गोपाल शर्मा को शिकायत पत्र देकर लगाईं न्याय की गुहार*
*बडा सबाल :—विद्यालय परिसर में एक मेन गेट होने के बाद गरीब के घर के आंगन की ओर दूसरा अन्य अनावश्यक लोहे का गेट लगाया जाना कितना जायज है*
*गरीब पीड़ित आशाराम कहते हैं कि :—- मैं गरीब हूं कमजोर हू एक टीन की बने मकान में रहता हूं इसलिए शायद मुझ ग़रीब पर ग्राम प्रधान व उनके गुर्गों का अत्याचार मारपीट तोडफ़ोड़ सब जायज है क्यों कि में ग़रीब हू*
*सच्चाई:—विद्यालय परिसर में दूसरे लोहे की गेट लगाए जाने पर एबीएसए बरनाहल ने जताई अनभिज्ञता , तो फिर क्यों लगाया गया रातो रात लोहे का गेट*
*उपजिलाधिकारी गोपाल शर्मा बोले:—शिकायत पत्र के आधार पर जांच के आदेश दिए गए हैं आख्या आने पर प्रभावी कार्रवाई की जाएगी*