प्रियांशु कुमार समस्तीपुर बिहार
प्यार मोहब्बत की बात बहुत सुने होंगे फिल्मों मे आप देखे होंगे लेकिन फिल्म मे एक बात हमेशा कहा जाता है कि फिल्म मे दिखाये गए सभी कल्पनिक है लेकिन कुछ लोग हकीकत समझ लेते है जिसका नतीजा आज के युवा पीढ़ी उसी ओर आकर्षित होते जा रहे है दरसल एक ऐसा मामला सामने आया है कि उतर प्रदेश की एक युवती बिहार के समस्तीपुर जिला के सिंधिया थाना क्षेत्र के बेहट गांव पहुँच गई ,
समस्तीपुर जिले के एक युवक अपने रोजी रोटी के लिए उतर प्रदेश के बिजनौर शहर गया और मेहनत मजदूरी करने के लिए गया और जीवन यापन के लिए काम शुरू किया ।कुछ दिन बीत जाने के बाद उनके ही परोस मे रह रही सिंदरा नाज और कैलाश चंद्र एक दूसरे से आँखे चार हुई धीरे धीरे बात आगे बढ़ने लगी प्यार की बुखार बेसुमार चढ गया दोनों साथ में जीने मरने की कसमे खा ली। दोनों प्रेमी जोड़े जाति धर्म मजहब से हटकर एक मिसाल कायम कर दिया सिदरा नाज उतर प्रदेश के बिजनौर से चलकर बिहार के समस्तीपुर जिले में कैलाश चंद्र से हिंदू रीति रिवाज से शादी कर लिया ।
सिदरा नाज ने बताया कि कैलाश चंद्र से लगभग दो वर्षा से प्रेम करती थी घरवालों को इसकी भनक लगा दोनों को समझा बुझा कर मामला को शांत किया गया वैसे भी नाज मुस्लिम धर्म से तालुक रखते है जिस कारण उनके परिवार वाले शादी की खिलाफ थे। कहते है ना दीवार में चुनवा दो फिर भी मोहब्बत जिंदा रहेगा नाज बताया कि इस बार मै अपने समाज परिवार सभी को छोर अपने नया जीवन की शुरुआत की है। साथ दोनों प्रेमी जोड़े ने कहा कि हम दोनों बालिक है अपनी जिंदगी की फैसला खुद कर सकता हूँ । दोनों प्रेमी जोड़े मनोकामना मंदिर भिरहा में शादी कर लिया तथा सुहागरात मनाने सिंघिया थाना क्षेत्र के बेहट गांव में प्रेमी जोड़े रहने लगे बिजनौर में सिकंदर नाज के माता-पिता ने प्रेमी जोड़े की भागने की सूचना उत्तर प्रदेश के थाने को लिखित दिया था मोबाइल लोकेशन के आधार पर सिंघिया पुलिस के सहयोग से बेहट गांव से प्रेमी जोड़े को धर दबोचा तथा रोसड़ा न्यायालय में प्रस्तुत कराते हुए उत्तर प्रदेश ले गया।