प्रियांशु कुमार समस्तीपुर बिहार
समस्तीपुर जिला के उजियारपुर प्रखंड से एक अजीबो गरीब मामला स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर देखने को मिला जहां मनरेगा कार्यालय में कार्यक्रम पदाधिकारी फैज अहमद के कुर्सी पर प्रखंड प्रमुख रंजू कुमारी बैठी दिखी शायद कुर्सी की मर्यादा उन्हें नहीं मालूम पद छोटा हो या बड़ा पद पद होता है। प्रधानाध्यापक के कुर्सी पर प्रधानाध्यापक ही बैठते हैं, जिलाधिकारी के कुर्सी पर जिलाधिकारी ही बैठते हैं, प्रखंड विकास पदाधिकारी के कुर्सी पर प्रखंड विकास पदाधिकारी ही बैठते हैं ठीक उसी प्रकार मनरेगा कार्यक्रम पदाधिकारी की कुर्सी पर मनरेगा कार्यक्रम पदाधिकारी ही बैठेंगे शायद यह बात प्रखंड प्रमुख रंजू कुमारी को नहीं पता तभी तो ठाठ से बैठी दिखी, वहीं बगल में चांदचौर मध्य पंचायत के पंचायत समिति हरि बल्लभ प्रसाद भी ठाठ से बैठे थे उन्हें भी शायद कुर्सी की मर्यादा नहीं पता, ये तो अंगूठा छाप जनप्रतिनिधि हो सकते हैं जिन्हे कुर्सी की मर्यादा नहीं मालूम लेकिन बिहार सरकार के काबिल कनीय अभियंता प्रजापति भी वही बगल में ठाठ से बैठे थे उन्हें भी शायद कुर्सी की मर्यादा नहीं पता जो प्रखंड प्रमुख को कुर्सी की मर्यादा स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर समझा देते कि आखिर कुर्सी की क्या मर्यादा होती है।
स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर गुलामी की जंजीर वाली बात एक बार देखने को मिला पदाधिकारियों पर कैसे शिकंजा कसा जाता है इन प्रमुख के द्वारा खैर यह बात काफ़ी सोचनीय व चिंता जनक है।