प्रियांशु कुमार समस्तीपुर बिहार
समस्तीपुर। दिल्ली पब्लिक स्कूल ताजपुर के परिसर में शनिवार को मुफ्त नेत्र चिकित्सा शिविर का आयोजन किया गया जिसमे अरविंद आई हॉस्पिटल तमिलनाडु में सेवा प्रदान कर चुकी डॉक्टर निकहत कौसर ने मरीजों के नेत्र की जांच कर उपयुक्त सलाह दी ।इस अवसर पर डॉक्टर निकहत कौसर ने कहा कि आंख मानव शरीर का एक अभिन्न अंग है इसको लेकर किसी भी तरह की कोताही और लापरवाही घातक साबित हो सकता है।उन्होंने आंख में हो रहे किसी भी तरह की त्रुटि को लेकर सतर्क रहने की सलाह देते हुए कहा की आंख में यदि कोई त्रुटि महसूस हो तो आंख के चिकित्सक को दिखाकर सलाह अवश्य लें ।डॉक्टर श्रीमती कौसर ने आंखो को स्वास्थ्य रखने के लिए विटामिनयुक्त भोजन व फल जैसे गाजर,पपीता,अमरूद,नारंगी,मिल्क,अंडा,मछली,शिमला मिर्च का सेवन करने की सलाह दी।वही इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद शिपिंग कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड के चीफ इंजीनियर रियाज अहमद ने कहा है की दिल्ली पब्लिक स्कूल ताजपुर का यह कार्य सराहनीय है और इसके लिए स्कूल के डायरेक्टर हाजी मसूद हसन शब्बू बधाई के पात्र हैं।उन्होंने ने इस अवसर पर कहा की बढ़ते हुए साइंस और टेक्नोलॉजी के इस दौर में कंप्यूटर और मोबाइल के प्रयोग से इंसान के आंखों पर प्रतिकूल असर पड़ रहा है ऐसे में आंखो को लेकर सजग रहने की आवश्यकता है।
इस अवसर पर स्कूल के डायरेक्टर हाजी मसूद हसन शब्बू ने कहा की आंख तो सभी प्राणियों की होती है लेकिन मनुष्य में इसका एक अलग ही महत्व है ।मानव शरीर का सबसे कोमल अंग आंख होता है इसलिए इसकी सुरक्षा भी उतनी ही ज़रूरी है ।आंखों का कार्य सिर्फ देखना और देखे हुए संदेश को मस्तिष्क तक पहुंचाना होता है,इतना ही नहीं शरीर की खूबसूरती में भी यह सहायक है।वही विशिष्ट अतिथि के रूप में मौजूद मेडिकल अफसर डॉक्टर अफजाल आलम ने कहा कि आज कल गार्जियन बच्चो की पढ़ाई और पहनावा पर तवज्जाह तो देते हैं लेकिन मानव शरीर का सबसे महत्वपूर्ण अंग आंख की तरफ तवज्जह नही देते है जिसका नतीजा होता है कि बच्चे बड़ा होकर किसी कंप्टीशन के इम्तेहान में सफल तो हो जाता है लेकिन आंखों में पैदा होने वाले कलर ब्लाइंड जैसे बीमारी के कारण उसकी छटनी कर दी जाती है इसलिए गार्जियन को शुरू से ही पढ़ाई और पहनावा के साथ आंखों को लेकर सजग रहना चाहिए ।शिविर में जया सिदिकी,गुलनाज यास्मीन,सुमय्या खातून,विनोद कुमार, सना खातून,सोफिया परवीन,कैलाश राय, फिरदोश फातिमा,कासिम शम्स,शिवशंकर ठाकुर,सूर्यकांत राय,आर्यन कुमार, तन्नू कुमारी,मो वकील कुरैशी,रीता देवी,फैजान अहमद,तबस्सुम आरा, शमा परवीन,रुखसाना परवीन, मन्तशा परवीन,मुसर्रत परवीन,सानिया परवीन,मो कासिम, ल्लालमुनि देवी,मो कलाम समेत 326 लोगों की आंखों की जांच की गई ।शिविर को सफल बनाने में मुस्कान चाइल्ड केयर के प्रो, मजहर आलम,हसन कौसर , नूतन कुमारी,प्रशांत कुमार,शिल्पी कुमारी,पंकज कुमार,मुकुल कुमार,विजय कुमार निषाद,प्रज्ञा ज्योति,आलिया रजा,प्रेमा कुमारी,फौजिया तनकीन,आरुषि कुमारी,शारदा रानी सभी शिक्षकों ने अहम रोल अदा किया ।