प्रियांशु कुमार समस्तीपुर बिहार
समस्तीपुर : डॉ0 राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय प्रांगण के पंचतंत्र भवन में अखिल भारतीय समन्वित अनुसंधान, अनुसूचित जाति उप योजना के तहत समस्तीपुर जिला के बिक्रमपुर बांदे एवं रहीमपुर रुदौली के 74 महिलाओं एवं एक पुरुष के लिए तीन दिवसीय मशरूम उत्पादन प्रशिक्षण आरंभ किया गया। जिसका मंच संचालन सहायक प्रोफेसर डॉo सुधा नंदिनी के द्वारा किया गया। इस मौके पर उपस्थित परियोजना के डॉo दयाराम ने अतिथियों को स्वागत किए एवं उन्होंने मशरूम उत्पादन के बढ़ावे में केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय के प्रबंधन केअहम योगदान की विस्तृत जानकारी दी। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित निर्देशक अनुसंधान डॉo पी एस ब्रह्मानंद प्रशिक्षुओं को मशरूम की खेती कर महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने सहित मशरूम उत्पादन में तापमान के महत्त्व की जानकारी दी। प्रशिक्षु को दूधिया मशरूम की जानकारी दी तथा यह भी कहा कि बिहार पहले 13 वें स्थान पर था जो आज प्रथम स्थान पर है। इस कार्यक्रम में उपस्थित आधार विज्ञान एवं मानविकी के डीन डॉo सोमनाथ राय चौधरी ने अपने बातें रखते हुए बताया कि मशरूम पोषण आहार के रूप में लिया जा रहा है। इससे शरीर में आंतरिक शक्ति मिलता है। इस कार्यक्रम के दौरान निर्देशक प्रसार डॉo एम एस कुंडू के द्वारा बताया गया कि कि महिला की सहभागिता होना बहुत ही जरूरी है जिस तरह से दूध के क्षेत्र में भारत विश्व में प्रथम स्थान पर है। उसी तरह से महिलाओं के भागीदारी से मशरूम उत्पादन के क्षेत्र में क्रांति लाई जा सकती है। कार्यक्रम में पुस्तकालय अध्यक्ष राकेश मणि शर्मा, सहायक प्रोफेसर गीता कुमारी, रामाधार महतो सहित सभी कर्मचारी मौके पर मौजूद थे।