*टूटे दोनों हाथों से मृतक ने कैसे की खुदकुशी पुलिस बताएं- उमेश कुमार*
*हाजत में कथित हत्या मामले की हो न्यायिक जांच- सुरेन्द्र*
*जिम्मेवार थानाध्यक्ष पर 302 का मुकदमा दर्ज हो- ललन कुमार*
*मृतक के परिजन को 20 लाख रूपये मुआवजा मिले- जांच टीम*
प्रियांशु कुमार समस्तीपुर बिहार
समस्तीपुर जिला के दलसिंहसराय हाजत में जितवारपुर हकीमाबाद खराज निवासी मो० गुलाब की कथित हत्या मामले की संपूर्ण जांच के लिए मृतक के घर पर शनिवार की सुबह भाकपा माले की 5 सदस्यीय टीम क्रमशः जिला सचिव प्रो उमेश कुमार, जिला कमिटी सदस्य सुरेन्द्र प्रसाद सिंह, ललन कुमार, राजकुमार चौधरी, स्थानीय माले नेता सह पंसस मो० ऐनुलहक की टीम पहुंची.
टीम के पहुंचते ही बड़ी संख्या में स्थानीय लोग पहुंचे. माले टीम ने स्थानीय लोगों के अलावे मृतक के पिता मो० अशफाक अंसारी, माता जैनुल खातुन, चचेरे भाई मो० मेराज आदि से घटना के संबंध में पूछताछ की.
मृतक के चचेरे भाई मो० मेराज ने जांच टीम को बताया कि उनके भाई की शादी करीब 5 साल पूर्व दलसिंहसराय के चक नवादा के मो० सुलेमान की पुत्री गुलिक्शा परवीन से हुई थी. बाद में पति- पत्नी में संबंध खराब हो गया. इसे लेकर महिला थाना में मुकदमा भी चल रहा था. उन्होंने बताया कि मो० गुलाब दवा डिलीवरी किया करते थे. 28 जुलाई को वे दलसिंहसराय क्षेत्र में दवा डिलीवरी कर रहे थे. इसी दौरान पहले से पीछा कर रहे दो युवकों ने उनके ससुराल खबर देकर कुछ युवकों को बुलाया और दलसिंहसराय के दीपक चौधरी के बंद पड़े पेट्रोल पंप से मो० गुलाब को मारते- पीटते उनके ससुराल ले गये. वहाँ भी पीटाई की गई. मृतक के चीखने- चिल्लाने पर स्थानीय लोगों में बीच – बचाव कर उसे दलसिंहसराय अनुमंडल अस्पताल में भर्ती कराया. इसकी जानकारी पुलिस को दी गई. पुलिस ने मो० गुलाब एवं देखने आये उनके दो संबंधित को थाना लाई जहाँ 16 हजार रूपये घूस लेकर दोनों संबंधी को छोड़ दिया गया.
मृतक गुलाब के पिता ने बताया कि उनलोगों को 2 बजकर 58 मिनट पर दलसिंहसराय थाना से फोन कर मो० गुलाब को बीमार होना बताकर अनुमंडल अस्पताल में भर्ती होना बताया गया. जब परिजन अस्पताल पहुंचे तो मो० गुलाब की मृत्यु हो चुकी थी. उनके दोनों हाथ टूटे हुए थे. कान में तेजाब डाला हुआ था. थाना पर लोकर मो० गुलाब द्वारा हाजत में 12 बजकर 18 मिनट पर खुदकुशी करना बताकर धुंधली सीसीटीवी फुटेज दिखाया गया जबकी उसके शरीर पर अमानवीय व्यवहार के संकेत स्पष्ट दिख रहे थे.
मो० गुलाब की माता जैनुल खातुन ने रोते- विलखते बताई कि हाजत में रस्सी कहाँ से आई और आई भी तो इतनी छोटी रस्सी से कोई आत्महत्या कैसे कर सकता है. उनके बेटे की हत्या कर शव को लटकाया जा सकता है. इसकी उच्च स्तरीय जांच हो.
मौके पर उपस्थित माले जिला सचिव प्रो० उमेश कुमार ने इस मामले को संदिग्ध बताते हुए इसे हाजत में हत्या करार दिया. माले नेता ने इस घटना के लिए थानाध्यक्ष कुमार ब्रजेश को जिम्मेवार बताते हुए उन पर 302 का मुकदमा दर्ज करने, मृतक के परिजनों को 20 लाख रूपये मुआवजा देने, घटना की न्यायिक जांच कराकर तमाम दोषियों पर कारवाई करने को लेकर आंदोलन चलाने की घोषणा की.