प्रियांशु कुमार समस्तीपुर बिहार
रेलवे के ग्रुप डी, सीबीटी-2 परीक्षा का फरमान वापस लेने, एनटीपीसी का 20 गुणा रिजल्ट जारी करने, रेलवे भर्ती का कैलेंडर बहाल करने, रेलवे को बेचना बंद करने, गिरफ्तार सभी छात्रों को रिहा करने आदि की मांग को लेकर छात्र- युवा संगठन आइसा, इनौस, एसएफआई, डीवाईएफआई, एआईएसएफ, एआईवाईएफ, छात्र-युवा राजद, एनएसयूआई आदि संगठनों के बिहार बंद के आह्वान के मद्देनजर छात्र संगठनों ने सुबह 7 बजे से ही बंदी जुलूस निकालकर शहर के आभरब्रीज चौराहा को जाम कर दिया. मौके पर अनहोनी से निपटने को बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात रही. इस जाम से सड़क की दोनों ओर वाहनों का तांता लग गया.
मौके पर गगनभेदी नारे लगते रहें. बीच- बीच में इमरजेंसी सेवा मसलन ऐंबुलेंस, परीक्षार्थी की गाड़ी, दूध गाड़ी आदि को कार्यकर्ताओं द्वारा निकलवाते देखे गये.
करीब 12 बजे से छात्र संगठनों ने सर्वदलीय सभा की शुरूआत की. अध्यक्षता सभी छात्र संगठनों के जिलाध्यक्षों ने की. संचालन आइसा जिला सचिव सुनील कुमार ने की.
महागठबंधन के घटक दल माकपा, भाकपा, राजद, भाकपा माले, कांग्रेस समेत जनाधिकार पार्टी के कार्यकर्ताओं ने जाम स्थल पर जाकर छात्र- युवा आंदोलन को समर्थन दिया तथा सभा को संबोधित भी किया. माकपा के मनोज गुप्ता, सत्यनारायण सिंह, रधुनाथ राय, रामसागर पासवान, भाकपा के जिला सचिव सुरेन्द्र कुमार मुन्ना, कांग्रेस के भोजन राय, अख्लाकुर रहमान सिद्धीकी, राजद के जितेंद्र सिंह चंदेल, ललन यादव, जनाधिकार पार्टी के मनीष यादव, भाकपा माले के प्रो० उमेश कुमार, जीबछ पासवान, उपेंद्र राय, सुरेन्द्र प्रसाद सिंह, रामचंद्र पासवान, ललन कुमार, दिनेश कुमार, फूल बाबू सिंह, मिथिलेश कुमार, अशोक राय, मनोज राय, बंदना सिंह, मो० सदीक, मो० कम्मू आदि ने आंदोलन को समर्थन देते हुए सभा को संबोधित किया. वक्ताओं ने कहा कि छात्रों को आंदोलन जायज है. हमलोग छात्र आंदोलन के साथ मजबूती के साथ खड़े हैं और रहेंगे।