संक्रमित होने पर खुद से न करें इलाज, डॉ की लें सलाह
रोहतास
सासाराम कोरोना संक्रामित होने के बाद लोगों में अक्सर नकारात्मक सोच देखी गई है| यह मौत का भी कारण माना गया है। हालांकि शुरू से ही स्वास्थ्य विभाग के साथ-साथ नामी-गिरामी म्नोचिकित्सक लोगों से अपील करते आ रहे हैं कि संक्रमित होने के बाद इस बीमारी को लेकर नकारात्मक सोच ना उत्पन्न होने दें। उन लोगों ने यही कहा है कि कभी-कभी नकारात्मक सोच मौत का भी कारण हो सकता है। यही वजह है कि लोग धीरे धीरे संक्रमण से उत्पन्न नकारात्मक विचार से बाहर निकलने लगे एवं कोरोना संक्रमण को मात देने लगे। सासाराम के प्रभाकर रोड निवासी 24 वर्षीय मनीष मौर्या जब कोरोना संक्रमित हुए तब उन्होंने खुद को घर के सदस्यों से अलग रह कर गाइडलाइन का पालन किया और समय समय पर डॉक्टरी सलाह लेते रहे। इसतरह से उन्होंने भी कोरोना को मात दी । मनीष मौर्या बताते हैं कि पॉजिटिव होने के बाद उन्होंने डॉक्टरी परामर्श लेना शुरू कर दिया। साथ ही उन्होंने संक्रमण को लेकर नकारात्मक विचार को कभी हावी नहीं होने दिया। उन्होंने लोगों से अपील किया कि संकमित होने पर घबराए नहीं । तुरंत डॉक्टरी सलाह लें उन्होंने कहा संक्रमित होने पर खुद से डॉक्टर बनने की कोशिश नहीं करें। संक्रमित होने पर खुद से किसी भी प्रकार का दवा इस्तेमाल न करें। क्यों कि बिना डॉक्टर से सलाह लिए किसी भी प्रकार का दवा का इस्तेमाल करना हानिकारक हो सकता है
सोशल मीडिया से रहें दूर
मनीष मौर्य ने कहा संक्रमण के दौरान वह सोशल मीडिया से काफी दूर रहें क्योंकि सोशल मीडिया के माध्यम से तरह-तरह की अफवाहें देखने पढ़ने को मिलती थी। इससे नकारात्मक विचार हावी होते थे इसलिए लगभग 20 दिनों तक उन्होंने सोशल मीडिया का इस्तेमाल नहीं किया
नियमित डॉक्टरों की ली सलाह
मनीष मौर्य ने बताया “संक्रमण के दौरान घर के लोग थोड़ा भयभीत दिखे परंतु उन्हें इसके बारे में मैंने स्वयं बताया और खुद को आइसोलेट करते हुए डॉक्टरी सलाह पर दवा लेना शुरू कर दिया”। वे लगभग प्रतिदिन डॉक्टर के संपर्क में रहे और प्रतिदिन की गतिविधि डॉक्टर को अवगत कराते रहे । उन्होंने बताया लगभग 15 दिनों के बाद दोबारा आर टी पी सी आर जांच करवायी जिसमें रिपोर्ट निगेटिव आया। उन्होंने कहा रिजल्ट निगेटिव आने के बावजूद भी वे तकरीबन 15 दिनों तक डॉक्टर के संपर्क में रहे और गाइडलाइन का पूरी तरह से पालन करते रहे |उन्होंने कहा कि अभी वह पूरी तरह से स्वस्थ हैं ।