नौहट्टा
आनंदीचक गांव के महेंद्र बैठा ने मुख्यमंत्री को पत्र भेजकर जानमाल की सुरक्षा का गुहार लगायी है। उसने आवेदन में कहा है कि जमींदारी कार्यालय सासाराम द्वारा वर्ष 1956-57 के आदेश पारित करके रैयत माना गया है, लेकिन विशाल सिंह, रवींद्र सिंह, प्रमोद चंद्रवंशी, सुरेंद्र सिंह, रामनाथ ठाकुर, राजेंद्र सिंह आदि मुझे उस जमीन से बेदखल करना चाहते हैं। उन्नीस अप्रैल को गेहूं व मूंग की फसल को बर्बाद कर दिया गया। जान से मारने की धमकी मेरे परिवार को दी जा रही है। महेंद्र बैठा ने आवेदन जिलाधिकारी, एससी एसटी आयोग, पुलिस महानिदेशक को भी भेजा है।