गुलाब, गेंदा और चमेली से ठंडो का अपना एक अलग ही नज़रिया होता है
संवाददाता तिलौथू प्रीती कुमारी
ठण्ड बढ़ने के साथ फूलो में वृद्धि दिखी जा रही है। जैसे कि ठंडो के दिनों में एक अलग ही नज़रिया होता है जिससे पूरी धरती खिल उठती है। ठंडो में विशेष फुल है गुलाब जो काफी मनमोहक एवं आकर्षण होता है, चमेली जो देखने में बेहद अच्छा होता है, और गेन्दे का फुल जो बेहद रोचक और अहम रोल होता है इसका चाहे पूजा पाठ में हो या सजावट में हो। ठण्ड बढ़ने के साथ प्रखंडों में फूलो की डिमांड आसमानों की ओर चल रहे हैं। तो वहीं कारोबारीयों को भी काफी फायदा होता दिख रहा है। ज़्यादातर गेंदा, और गुलाबों का डिमांड बाजारों में हो या कोई समारोह में हो। काफी तेजी के साथ अपना एक अलग ही छाप छोड़ते जा रहा है। तो वहीं संचालकों का कहना है कि इस वर्ष जिस तरह से ठंडो में बढ़ोतरी हो रही है ठीक उसी तरह से फूलो की डिमांड भी अधिकतर हो रही है जिससे कारोबारियों में हर्ष व्याप्त है। हर तरफ खशी ही ख़ुशी है। इस महीने में फूलो की किस्मे बढ़ जाती है। नवम्बर एवं दिसंबर महीने में फूलो का लगाना अनुकूल समय माना जाता है। और फरवरी मार्च माह से तो फुल खिलने लगते हैं। मार्च के बाद फिर से एक बार फुल बदलने की आवश्यक्ता होती है। आज आपको बताते चलें की न् जाने कितने ऐसे गरीब परिवार से लोग है जिनके पास पॉकेट में एक पैसा भी नहीं होता है तो लोग अपनी घर परिवार को चलाने के लिए अपने आस पास के जगहों और बागीचा में फुल लगाकर एक दो रुपया कमाने का प्रयास करते है।