संवाददाता–मो०शमशाद आलम
करगहर:- वर्षों से करगहर मे आये दिन लगने वाला सड़क जाम की समस्या क्या चुनावी मुद्दा बन पायेगा,या पुनः जातीय समीकरण हीं विधान सभा चुनाव मे भारी पड़ेगा.यह सवाल आम आवाम के बींच चर्चा का विषय बना हुआ है.गौरतलब हो कि करगहर बाजार में सड़क जाम की समस्या प्रखंड की सबसे बड़ी समस्या है.यहां प्रतिदिन बाइक पार करने के लिए भी घंटों इंतजार करना पड़ता है.लगन के दिनों मे तो कभी कभी जाम मे फंसने के कारण दुल्हा आधी रात बाद या सुबह मे पहुंच पाते हैं.अभी तक करगहर विधान सभा के किसी प्रत्यासी ने उक्त समस्या के निराकरण की बात नहीं कहा है.वहीं करगहर बाजार के ग्रामीण ,दुकानदार व अन्य लोग भी इसको लेकर खासे गम्भीर नहीं हैं.परंतु दुकानदार संदीप कुमार, सरफराज आलम,राजू कुमार, अभिनाश शर्मा,सुहैल राईन,आदि लोगों ने इसको लेकर गोलबंदी शुरु कर दी है.इनका कहना है कि मुख्य रुप से तीन प्रत्यासी हैं,जदयु के वशिष्ठ सिंह,कांग्रेस के संतोष मिश्रा व बसपा के उदय प्रताप सिंह जिनसे पुछा जाएगा कि आप को वोट देने के बाद क्या आप इस समस्या का निराकरण करेगें.बहरहाल ऐसा लगता नहीं है कि कोई ठोस जबाब मिल पाएगा.सभी प्रत्यासी पुरी तरह जातिय गोलबंदी करने मे लगे हैं।