सीतापुर से ब्यूरो चीफ अजय सिंह की रिपोर्ट
लखनऊ। कोरोना महामारी की विभीषिका के इस दौर में भी विभागीय आदेशों के अनुरूप विद्यालयों के समस्त कार्यों को शिक्षकों द्वारा पूर्ण किया जा चुका है। विद्यालयों में सम्पूर्णं स्टाफ की उपस्थिति की अनिवार्यता समाप्त कर कार्यालयों की तरह रोस्टर बनाकर शिक्षकों को बुलाने का अधिकार प्रधानाध्यापक को देने की मांग राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ ने की है।
महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष गोविंद तिवारी व प्रदेश महामंत्री भगवती सिंह ने महानिदेशक स्कूली शिक्षा को ग्यारह सूत्रीय ज्ञापन प्रेषित कर बेसिक शिक्षा विभाग में संचालित ऑनलाइन व्यवस्थाओं में शिक्षकों के सामने आ रही व्यवहारिक कठिनाइयों से अवगत कराया व उनके निदान हेतु सुझाव भी दिए। महासंघ ने सुझाव दिया कि शिक्षकों को रोस्टर प्रणाली बुलाने से कोरोना संक्रमण की संभावनाओं को काफी हद तक रोका जा सकता है, साथ ही शासन की मंशा के अनुसार ऑनलाइन शिक्षण व सूचनाओं का ऑनलाइन आदान- प्रदान किया जाना प्रासंगिक होगा।
महासंघ ने मांग की कि दीक्षा एप से प्रशिक्षण से पूर्व मॉड्यूल्स हार्ड कॉपी में शिक्षकों को उपलब्ध कराए जाएं। कोरोना संक्रमण की संभावनाओं के दृष्टिगत बीआरसी पर होने वाले वाले प्रशिक्षणों पर तत्काल रोक लगाई जाए। ग्रामीण क्षेत्र में अभिभावकों के पास एंड्रॉइड फोन के अभाव में दीक्षा एप डाउनलोड कराना सम्भव नहीं है। खाद्यान्न व कन्वर्जन कॉस्ट भुगतान का दायित्व खण्ड शिक्षा अधिकारियों का होने से फीडिंग का कार्य खण्ड शिक्षा अधिकारी कार्यालय द्वारा किया जाए। बेसिक शिक्षकों के जनपदीय व अन्तर्जनदीय स्थानांतरण शुरू किये जाएं। ग्रीष्मावकाश में कार्य के बदले शिक्षकों को उपार्जित अवकाश दिया जाए। विभागीय सूचनाओं को तैयार करने में अत्यधिक समय बर्बाद होने से शिक्षण कार्य प्रभावित होता है। अतः प्रत्यके ग्राम पंचायत के बड़े विद्यालय में डेस्कटॉप के साथ ही कम्प्यूटर ऑपरेटर की व्यवस्था की जाए। निःशुल्क यूनिफॉर्म की पिछले वर्ष की अवशेष धनराशि को भेजा जाए व वर्तमान सत्र में निशुल्क यूनिफार्म वितरण की धनराशि कन्वर्जन कॉस्ट की तरह सीधे बच्चों/अभिभावकों के खातों में भेजी जाए।
महासंघ के माँगपत्र की प्रदेशीय संयुक्त महामंत्री शिवशंकर सिंह, अयोध्या मण्डल महामंत्री पवन शंकर दीक्षित, जिलाध्यक्ष सीतापुर महेश मिश्रा व प्रदेश मीडिया प्रकोष्ठ सदस्य बृजेश श्रीवास्तव आदि पदाधिकारियों ने सराहना की है।