दावथ रोहतास जिला के दावथ में सरकार ने प्रवासी मजदूरों को उनकी योग्यता के अनुसार काम देने की बात कही थी लेकिन न तो कोरना टेस्ट हो रहा है और ना ही प्रवासी मजदूरों के लिए रोजगार की व्यवस्था और ना ही मनरेगा में काम मिल रहा है नतीजा एक तरफ करो ना का विस्फोट हो रहा है तो दूसरी और प्रवासी मजदूर काम की तलाश में एक बार फिर वापस लौटने के लिए विवश हो रहे हैं। सरकार ने इन प्रश्नों से पूरी तरह मुंह फेर लिया है और लोगों को अपने रहम कर्मों पर छोड़ दिया है यह बातें गिद्धा पंचायत के मुखिया धनजी राम ने प्रखंड विकास पदाधिकारी को ज्ञापन सौंपने पर कहीं। साथ ही उन्हें बिहार के मुख्यमंत्री से प्रवासी मजदूरों को 10 हजार रुपये प्रदान करने व बाहर के सभी परिवारों को 6 माह तक प्रति महीने प्रति व्यक्ति 10 किलो अनाज देने प्रवासी मजदूरों को योग्यता अनुसार रोजगार एवं स्वरोजगार के इच्छुक लोगों को बिना ब्याज के ऋण प्रदान करने तथा मनरेगा में 200 दिन का काम एवं ₹500 न्यूनतम मजदूरी देने की बात सरकार से मांग की। साथ ही उन्होंने यह भी मांग की कि बिहार वापसी के कारण प्रवासी मजदूरों के बच्चों की पढ़ाई पूरी तरह से बाधित हो गई है उनकी पढ़ाई की व्यवस्था सरकार करें। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र 24 घंटा डॉक्टर और कोविड के इलाज की व्यवस्था की जाए। जिला अस्पताल में कोविड की जांच और आईसीयू व्यवस्था की जाए। मौके पर अंचल कमिटी के सचिव अक्षय लाल राम,का,मुन्ना राम,रघुबंश राम, रौशन कुमार, जगदीश राम,सहित दर्जनों भाकपा माले के कार्यकर्ता थे।
previous post