संवाददाता–मो०शमशाद आलम
करगहर –-एक ओर सरकार सुदूर ग्रामीण इलाकों तक विकास की रोशनी पहुंचा देने को लेकर बड़े बड़े दावें करती है वहीं जमीनी हकीकत कुछ और ही बयां कर रही है।करगहर प्रखंड के बसडिहाँ पंचायत के बबन बरेंहटा गाँव के टोला उक्त तथ्यों की पुष्टि कर रही है ।यह गांव प्रखंड मुख्यालय से लगभग चार किलोमीटर दुर दक्षिण-पश्चिम के कोन पर स्थिति है इस टोला की आबादी लगभग दो सौ है।यह गांव विकास से काफी दुर है इस गांव में रह रहे लोग आज भी पुल संड़क और नल जल आदि की सुविधाओं की मोहताज है।आज तक इस गाँव की गली तक नही बना जिसके चलते इस वस्ती में रहे लोग किचड़ भरी रास्ता से होकर गुजरना पड़ रहा है टोलावासियो ने बताया कि मूलभूत सुविधाओं जैसी सड़क पुल,गली ,नलजल आदि के लिए उन्हें मोहताज होना पड़ रहा है।इन सभी सुविधाओं के लिए बार -बार गुहार लगाने के बाद भी इस दिशा में कोई पहल नही हुआ ,ना पंचायत प्रतिनिधियों नही अधिकारियों ने किया ।कई बार हम ग्रामीण लोग मुखिया व पंचायत समिति से इस कीचड़नुमा गली को पक्की करने की गुहार लगाई तभी हमारे मुखिया जी या पंचायत समिति सदस्य ने इस पर ध्यान नही दिये।इस गांव के बच्चे इस कीचड़ भरी रास्ता से होकर जब स्कूल चलती है स्कूल जाते है।और इस टोला में डेढ़ साल पहले पानी की टंकी तो बैठ गई नल लग गई की सब लोग समझेगें की पानी की सप्लाई अब पुरे गांव में होगी। पर ऐसा कुछ नही हुआ ।आजतक नल से पानी ही नही गिरता है टंकी सिर्फ शो है।आज इस गांव की समस्या को लेकर कोई जन प्रतिनिधि ध्यान नही।सुखलक या बरसात में इस किचड़ भरी रास्ता से हम लोग सालों भर आते जाते है। कोई दुसरा रास्ता ही नही है आने जाने को इस लिए मजबूर है।ग्रामीण ने आरोप लगाया कि मुखिया ,बीडीसी को इस गांव से कोई मतलब नही है ,वे लोग बोलते है कि इस गाँव से वोट नही मिला है।इस लिए गांव का विकास आज भी कोसों दुर है।