मसौढी विपक्ष की ओर से बीते दिनों से नगर परिषद की सत्ता के परिवर्तन के लिए जारी कवायद सोमवार को धरातल पर नजर आ गई। यूं तो सोमवार को मुख्य पार्षद ने नगर परिषद की सामान्य बैठक बुलाई थी और वे बैठक के लिए आवश्यक पार्षदों के आने का इंतजार अपने कार्यालय कक्ष में कुछ पार्षदों के साथ कर रही थी। इसी बीच पार्षद सोनू कुमार, पार्षद उर्वशी कुमारी और पार्षद रानी कुमारी के साथ मुख्य पार्षद के कार्यालय कक्ष में पहुंचे व पूर्व से 11 पार्षदों के हस्ताक्षरयुक्त अविश्वास प्रस्ताव संबंधी नोटिस उन्हें सौंपा। नोटिस में पार्षदों ने उनपर अपने पदीय दायित्वों का निर्वहन नहीं करने, विकास के प्रति उदासीन रहने,अपने निजी लाभ के उद्देश्य से नगर परिषद के संसाधनों का गलत उपयोग करने, अपनी कुर्सी बचाने के उद्देश्य से पार्षदों के बीच फूट डालकर उन्हें दिग्भ्रमित करने व नगर परिषद में कमीशनखोरी, घूसखोरी को बढ़ावा देने का आरोप लगाया है और अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा व मतदान के लिए विशेष बैठक की तिथि निर्धारित करने की मांग की है। गौरतलब है कि नगर परिषद में कुल 26 वार्ड हैं और अविश्वास प्रस्ताव के नोटिस के लिए 9 पार्षद का होना अनिवार्य है।
*रानी कुमारी का दावा मजबूत*
सूत्रों की मानें तो वार्ड 23 की पार्षद जदयू के मसौढ़ी प्रखंड अध्यक्ष प्रमोद कुमार की पत्नी रानी कुमारी के पक्ष में दो तिहाई से अधिक वार्ड पार्षद गोलबंद हो चुके हैं, और वे सभी फिलहाल भूमिगत हैं।हालांकि उनकी ओर से औपचारिक दावा अबतक नहीं किया गया है।
*और भर आई उनकी आंखें*
जिसपा वक्त मुख्य पार्षद को तीन पार्षदों ने उनके कार्यालय कक्ष में उनके खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव संबंधी नोटिस सौंपा उनकी आंखें भर आई इसके बाद उन्होंने नोटिस लिया और खुद को सामान्य किया।
*किशोर कुणाल नगर परिषद के कार्यापालक पदाधिकारी*
का कहना है कि मुख्य पार्षद के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव आने के बाद मुख्य पार्षद अगली बैठक बुलाने में समक्ष है या नहीं इसके लिए ऊपर के अधिकारियों से मार्गदर्शन लेकर ही आगे की कार्रवाई होगी।
मसौढी सोमवार को नगर परिषद के सामान्य बैठक कोरम के अभाव में स्थगित कर दी गई। अभी 11 जुलाई को बैठक बुलाई गई है। गौरतलब है कि नगर परिषद के कुल 26 वार्ड हैं। सोमवार को नगर परिषद की बैठक दोपहर 1बजे से बुलाई गई थी। लेकिन मुख्य पार्षद समेत कुल 6 पार्षद ही बैठक में पहुंचे। काफी इंतजार करने के बाद भी जब कोरम की पूर्ति के लिए वार्ड पार्षदों की आवश्यक संख्या 11 नहीं हो सकी तो मुख्य पार्षद सुनीता सिन्हा ने 1 घंटे के लिए बैठक को निलंबित कर दिया। एक घंटे के बाद भी जब कोरम की पूर्ति नहीं हो सकी तो बैठक को स्थगित कर दिया गया और उन्होंने 11 जुलाई को इसकी पुनः बैठक की तिथि मुकर्रर दी। हालांकि नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी कुणाल किशोर ने इसकी पुष्टि नहीं की है।