करगहर –कोरोना महामारी को लेकर चार माह के लम्बे समय से स्कूल -कॉलेज बंद रहने के कारण विद्यार्थी घर में रहने का विवश है ।वह ज्यादा समय खेलकूद या इधर उधर घूमकर गुजार रहे है । छह घंटे विद्यालय में रहने वाले बच्चें अब चौबीस घंटे घर पर रह रहे है इसलिए माँ-बाप के लिए सिर्द बन गए है उनको संभालना कठिन हो रहा है।अभिभावक राम बाबु गुप्ता,विनोद साह,बिजय गुप्ता, मुमताज़ राईन,शंकर दास,दीपक दास,पिंटू चौधरी ने बताया कि बच्चों की पढाई के साथ उनका भविष्य भी चौपट हो रहा है ।खास कर उन गरीब बच्चों के हो रहा है जो मजदूर परिवार के बच्चों है।उनका समय ईधर उधर गुजर कर वित रहा है। क्योंकि उनके माता-पिता के पास उतना पैसा नही है कि वे ऑनलाईन पढा़ई करा सकें।उनके पास पैसा नही है।और न उनके अभिभावक टयूटर रख सकते है।इससे उनका शैक्षणिक गतिविधि ठप है।बहुत बच्चों ऐसे गरीब परिवार से है कि उनके घर आनलाइन पढाई करने की सुविधा नही है।ना मोबाइल है।
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