मसौढ़ी नगर परिषद सत्ता परिवर्तन के लिए अविश्वास प्रस्ताव को लेकर हलचल तेज हो गई है। मंगलवार को सत्ता पक्ष के आधा दर्जन पार्षदों सहित 15 पार्षद विपक्ष के समर्थन में भूमिगत हो गए हैं। गौरतलब है कि नगर परिषद के कुल 26 वार्ड पार्षद हैं। जानकारी के मुताबिक 2 साल पूरा होने के बाद विरोधी पक्ष की अविश्वास प्रस्ताव लाने के पहले ही बीते साल सत्ता पक्ष ने अपने कुछ पार्षदों का सहारा लेकर खुद के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया था, और नियमत: इसके बाद एक साल तक अविश्वास प्रस्ताव नहीं लाया जा सकता था। बताया जाता है कि इसकी अवधि 5 जुलाई को पूरी होने जा रही है। इसलिए विपक्ष ने पूर्व कि गलती से सबक लेकर पहले ही अविश्वास प्रस्ताव के लिए आवश्यक पार्षदों को अपने पक्ष में गोल बंद कर लिया है।इन पार्षदों में सत्ता पक्ष के भी आधा दर्जन पार्षद शामिल है।इन आधा दर्जन पार्षदों का मोबाइल फोन भी स्वीच ऑफ हो गया है। मंगलवार को 15 पार्षदों के भूमिगत होने की खबर मिलते ही सत्ता पक्ष में हड़कंप मच गया। बताया जाता है कि भूमिगत हुई वार्ड 9 की पार्षद मुनिया देवी के पति महेंद्र चौधरी पर सता पक्ष द्वारा अपनी पत्नी का अपहरण किए जाने का मामला दर्ज करने के लिए दबाव डाला जाने लगा। इधर यह खबर जैसे ही मुनीया देवी को मिली उसने मोबाइल से एसडीपीओ को सूचना दी किसी ने उसका अपहरण नहीं किया है। बल्की वह मायके आ गई है।
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