करगहर — लाॅकडाउन के बाद अब अनलॉक 1.0 में केवल आप हीं नही घुम रहे हैं। आपके साथ-साथ कोरोना वायरस भी घुम रहा है। जरा सोचिये जिस बैंक में, दुकान पर, बाजार में जहां आप गए हों। यदि वहां कोरोना संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आ गए तो क्या होगा। आप अपने साथ अपने परिवार व समाज के लिए भी खतरा बन सकते हैं। ये लापरवाही कहीं घातक न बन जाए। हालांकि ऐसा हीं देखने को मिल रहा है। एक तरफ देश के साथ राज्य में भी कोरोना का रफ्तार बढ़ रहा है।
इस बीच सरकार ने लॉकडाउन के बाद लोगों को कोरोना संक्रमण से बचाव को लेकर अलग-अलग तरीके से एडवायजरी जारी कर रही है। जिसमें अनिवार्य किया गया है कि सभी को मास्क पहनना हीं होगा। परंतु सरकार का यह आदेश बेअसर साबित हो रहा है। करगहर ,बड़हरी, खरारी सहित खासकर ग्रामीण क्षेत्र के सभी मुख्य बाजारों, बैंक परिसरों में, सड़कों व गलियों में लोग बैखौफ होकर बिना मास्क पहने हीं घुम रहे हैं। लॉकडाउन के बाद अनलॉक 1.0 में सरकार के द्वारा धीरे धीरे बाजार, दुकान, माॅल के बाद मंदिर, मस्जिद, गुरूद्वारा, चर्च इत्यादि खोल दिए गए।
परंतु इन स्थानों पर न हीं सोशल डिस्टेंस का पालन किया जा रहा तथा न हीं लोग मास्क लगा रहें हैं। आप चाहें किसी भी गांव या बाजार की दुकानों पर चले जाएं वहां न हीं दुकानदार तथा न हीं ग्राहक मास्क लगा रहें हैं तथा न हीं सोशल डिस्टेंस का पालन कर रहें हैं। ऐसे में जरा सोचिए कोरोना को कैसे मात दे सकते है।
लोगों में जागरूकता के लिए पंचायतों में बांटे जा रहे मास्क: बता दें कि राज्य के लोगों को जागरूक करने के लिए प्रत्येक पंचायतों में मास्क व साबुन बांटे गए। फिर भी लोग जागरूक नहीं हो रहें हैं। जबकि जिले के साथ राज्य व फिर पूरे देश में कोरोना का रफ्तार सुरसा के मुंह की तरह बढ़ रहा है। फिर भी लोग बेखौफ होकर घुम रहें हैं।
जागरूकता के लिए खुद से उठाने होंगे कदम
दुकानदार को खुद मास्क पहनना होगा। ताकि ग्राहक दुकानदार को देखकर जागरूक हों।
ग्राहक को दुकान पर पहुंचते हीं दुकानदार साबुन या सेनेटाईजर का इस्तेमाल कराएं।
दुकानदार खुद ग्राहकों से सोशल डिस्टेंस का पालन कराएं।
इसकी जागरूकता के लिए प्रत्येक सार्वजनिक जगहों के साथ प्रत्येक दुकान पर स्लोगन या बैनर लगवाएं जाए।
बैंकों में बिना मास्क पहने लोगों को अंदर न आने दिया जाए।