प्रियांशु कुमार समस्तीपुर बिहार
राशन- दाल पर फैले उहापोह समाप्त करने हेतु प्रखंड प्रशासन सर्वदलीय बैठक बुलाने से क्यों पीछे हट रही- माले
अप्रैल महीने का दाल गायब करने की साजिश पर रोक लगाओ
लाकडाउन अवधि में गरीबों को तीन महीने तक दिया जाने वाला दाल लूटने की गहरी साजिश प्रखण्ड के अंदर एमओ- डीलर एवं माफिया गठजोड़ द्वारा किया जा रहा है. एक ओर अप्रैल से मिलने वाला दाल उपभोक्ताओं को मई की समाप्ति तक नहीं दिया जा रहा है. वहीं दूसरी ओर विभागीय पत्र के अनुसार प्रति यूनिट/व्यक्ति 1 किलो दाल के जगह कुछ डीलरों के यहाँ 1 किलो प्रति कार्ड देकर उपभोक्ताओं को भगाया जा रहा है. अप्रैल महीने का दाल का वितरण नहीं हुआ जबकी पूर्जा/कार्ड पर मई दर्शाया जा रहा है. पूछने पर एमओ, डीलर आदि एक- दूसरे पर फेकाफेकी कर उपभोक्ताओं को उहापोह की स्थिति में डाल दिया है.
सर्वमान्य हल नहीं निकलते देख दाल की लूट बंद करने एवं प्रति यूनिट 1 किलो दाल या प्रति कार्ड क्लियर करने, उहापोह समाप्त करने हेतु सर्वदलीय बैठक बुलाने, अप्रैल महीने की गायब दाल देने की मांग को लेकर भाकपा माले प्रखंड सचिव सह चर्चित आंदोलनकारी सुरेन्द्र प्रसाद सिंह द्वारा मोतीपुर वार्ड नंबर-10 स्थित अपने आवास पर लाकडाउन का पालन करते हुए धरना दिया गया.
मौके पर श्री सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री की घोषणा को प्रखंड में धत्ता बनाया जा रहा है. अप्रैल महीने की दाल गायब किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि विभागीय पत्र के अनुसार प्रति व्यक्ति 1 किलो दाल देना है जबकी प्रति कार्ड 1 किलो दाल दिया जा रहा है. उन्होंने इलेक्ट्रॉनिक तराजू के जगह कांटा/हाथ तराजू का इस्तेमाल करने, खाने लायक चावल- गेहूं देने की मांग अन्यथा उपभोक्ताओं को गोलबंद कर आंदोलन तेज करने की चेतावनी प्रखंड प्रशासन को दिया है।
माले नेता सुरेन्द्र ने कहा कि पूरा का पूरा दाल गायब करने की साजिश को भाकपा माले का आंदोलन ने पर्दाफाश कर दिया है. मजबूरन डीलर द्वारा चावल के साथ दाल वितरण प्रखंड में शुरू किया गया है।