मुस्लिम समाज के लोगों ने जुमा अलविदा की नमाज अपने घरों ने पढ़ी
23 मई को देखा जाएगा ईद का चांद
संवाददाता–मो०शमशाद आलम
करगहर –अल्लाह की इबादत का मुकद्दस पाक माह-ए-रमजान अब अंतिम दौर में है। रोजेदार करीब 15 घंटे भूखे प्यासे रहकर इबादत कर रहे हैं। पहली बार
ऐसा हुआ कि, लोगों ने लॉकडाउन के चलते अपने अपने घरों पर ही शुक्रवार को अलबिदा की नमाज पढ़ी है। मस्जिदों में सिर्फ पांच रोजेदारों ने शारिरीक दुरी का पालन करते हुए अलविदा की नमाज अदा की।रमजान माह के खास जुमा यानि अलविदा जुमा का नमाज घरो पर ही पढ़ा गया।करगहर प्रखड़ के सभी मस्जिदों में लगा रहा ताला व चांद दिखने पर ईद-उल-फितर 24 या 25 मई को मनाया जाएगा। लेकिन लॉकडाउन की अवधि बढ़ी इस लिए लोग जिस तरह अभी तक घरों में रहकर नमाज पढ़ रहे हैं, वैसे ही अलविदा की भी नमाज घरो पर पढ़ा। जमा मस्जिद के इमाम मौलाना इमरान अहमद कादरी ने कहा-लॉक डाउन बढ़ने पर मस्जिदों को परमीशन न मिलने पर वर्तमान व्यवस्था लागू रहा इमाम मोअज्जम के अलावा जो तीन लोग मस्जिद में इतफाक में बैठे है वे तीन लोग ने नमाज वर्तमान में पढ़े। बाकी सभी लोगो ने अपने घरों पर ही रहकर नमाज अदा की, व अलविदा की नमाज में अल्लाह से दुआ किया कि कोरोना से हमारे देश को मुक्ति दें।साथ ही उन्होंने ने कहा कि रमजान को दस दिनों के तीन हिस्सों में बांटा गया है।अब तीसरा अशरा चल रहा है,ये निजात का अशरा है।अल्लाह के बंदे निजात की दुआ करते है।इस महीने में नफिल का सवाब फर्ज के बराबर और फर्ज का सवाब 70गुना है।
धर्मगुरुओं की अपील का दिखा असर
मुस्लिम धर्मगुरु ने मस्जिद में पाँच लोगों को अलविदा की नमाज पढाई।इस दौरान सोशल डिस्टेसिंग का पूरा ख्याल रखा गया।जिस मस्जिद में अलविदा के दिन हजारों की भीड़ हुआ करती थी,आज शुक्रवार का कंपाउंड खाली.पड़ा हुआ था।हालांकि मौलाना मो०इमरान अहमद कादरी ने आम लोगों से पहले ही अपील की थी कि कोरोना को देखते हुए लोग अलविदा की नमाज पढ़ने मस्जिदों में न जाएं और न ही एक -दुसरे के घरों पर जाएँ।इसका असर भी देखने को प्रखंड के सभी मस्जिदों में मिला।सभी मस्जिदों पर सन्नाटा ही पसरा रहा।
अलविदा पर बाजार में सुना
आज शुक्रवार को रमजान का आखिरी जुमा यनि अलविदा था।हर साल आखिरी जुमे पर बाजारों की रौनक बढ जाया करती थी ।सड़को पर छोटे -बडे़ सभी सफेद कुर्ते पायाजामें में नजर आया करते थे,लेकिन इस बार कोरोना संकट के चलते ऐसा नही हुआ।
ईद पर भी रहेगा सन्नाटा
आने वाले दो तीन दिनों में ईद भी आ रही है,लेकिन जो जोश पिछले साल दिखाई पड़ रहा था।वह अबकी बार नही दिखाई दे रहा है।जहा बाजार सप्ताह दिन पहले से ही दिन -रात गुलजार रहता था ,वहीं इस बार बंद ही पड़ा है।लोग भी ईद की खरीदारी के लिए नही निकल रहे है।धर्मगुरुओं ने भी आमजन से ईद के त्योहार को बहुत सादगी से मनाने की अपील की है।साथ ही गुजारिश की है कि ईद की नमाज भी घर में ही पढ़ी जाए।कोई भी ईदगाह या अन्य मस्जिदों में नमाज पढने न जाएं।