20 मार्च से 03 अप्रैल तक मनाया जा रहा पोषण पखवाड़ा
रिपोर्ट:- धर्मेन्द्र कुमार सिंह
बिक्रमगंज/रोहतास:– स्थानीय प्रखंड क्षेत्र के सभी आंगनबाड़ी केंद्रों पर हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी पोषण पखवाड़ा मनाया जा रहा है। इस पोषण पखवाड़ा के तहत सभी आंगनबाड़ी केंद्रों पर प्रतिदिन अलग-अलग गतिविधियों के माध्यम से पोषक क्षेत्र के अलावे अन्य लोगो को भी पोषण के प्रति जागरूक करने का कार्य किया जा रहा है, इसी कड़ी में शनिवार को प्रखंड क्षेत्र के सलेमपुर आंगनवाड़ी केंद्र संख्या 122 पर पोषण पखवाड़ा के पांचवे दिन स्थानीय ग्रामीणों के साथ एक बैठक कर सीडीपीओ कुमारी कमला सिन्हा ने बैठक में उपस्थित ग्रामीणों को स्वास्थ्य, पोषण व स्वच्छता के प्रति बारीकी से जानकारी देते हुए जागरूक किया। इस संबंध में जानकारी देते हुए बाल विकास परियोजना पदाधिकारी कमला कुमारी सिन्हा ने बताया कि इस माह में 20 मार्च से 3 अप्रैल तक पूरे देश में राष्ट्रीय मिशन के तहत पोषण पखवाड़ा मनाया जा रहा है। पोषण जन जागरूकता अभियान समय-समय पर पोषण सेमिनार, पोषण मेला, पोषण जागरूकता रैली कर लोगों के बीच जागरूकता फैलाने का कार्य किया जाता है। इस दौरान उपस्थित विभिन्न सेविकाओं के द्वारा कुपोषण को दूर भगाने के लिए विभिन्न प्रकार के पोषण से संबंधित रेसिपी तैयार कर भोजन के रूप में लेने के संबंध में विस्तृत रूप से बताया गया तथा लाभुकों के साथ वार्ता कर पोषण के प्रति जागरूक करने के लिए समेकित बाल विकास परियोजना (आइसीडीएस) सेंटर फॉर कैटालाइजिंग एवं पंचायत प्रतिनिधियों के द्वारा पोषण पखवाडा के रूप में
मनाया जा रहा है। वही स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा कुपोषित बच्चों को सुपोषित करने के लिए अपनी सहभागिता, पोषण पुनर्वास केंद्र आदि की जानकारी दी गई। इस दौरान बैठक में उपस्थित पोषक क्षेत्र की गर्भवती महिलाओं के स्वास्थ्य की जांच एवं छोटे-छोटे बच्चों की वृद्धि दर की भी जांच की गई । साथ ही बच्चों के अभिभावकों को पूरी तरह से पोषण युक्त संतुलित आहार देने के बारे में बताया गया। गर्भवती महिलाओं को समय-समय पर अपने स्वास्थ्य की जांच एवं आयरन की गोली लेने की जानकारी दी गयी। इसके अलावा बच्चों को हाथ की सफाई पर विशेष ध्यान देने के लिए भी सुझाव दिया गया। बैठक में उपस्थित ग्रामीणों को जागरूक करते हुए सीडीपीओ कुमारी कमला सिन्हा ने बताया कि अपने बच्चों से कुपोषण को भगाने के लिए बच्चों के भोजन में मोटे अनाज जैसे मडुआ, जौ, बाजड़ा का प्रयोग करना चाहिए। बच्चों एवं गर्भवती महिलाओ के भोजन में मोटे अनाजो का प्रयोग करने से हमारे बच्चों में कुपोषण की समस्या नही आएगी, और हमारे बच्चों का सही तरीके से शारीरिक विकास भी होगा। आंगनबाड़ी केंद्र से जुड़े लाभुको को मिलने वाली पोषणयुक्त फोर्टिफाइड चावल को काफी देर से पानी मे रगड़कर नही धोना चाहिए। मौके पर महिला पर्यवेक्षिका कुसुम कुमारी, प्रखंड समन्वयक रिंकी कुमारी,
सेविका गीता देवी, बैजंती देवी के अलावे अन्य सेविका एवं सेविकाए मौजूद थी।