उत्तर प्रदेश सुल्तानपुर
यूपी हेड – ( etv न्यूज 24 ) वागीश कुमार
सुल्तानपुर – औरैया में 26 प्रवासियों की मौत से भी उत्तर प्रदेश पुलिस ने कोई सबक नहीं सीखा। ट्रकों से चोरी-छिपे लोगों का उत्तर प्रदेश के ग्रामीण इलाकों में पहुंचना जारी है। सोमवार को तीन ट्रकों में सवार होकर 55 लोग पंजाब से सुल्तानपुर पहुँच गए। जिले के अखण्डनगर पहुंचे ठेकेदार ने बताया कि 3500 रुपये लेकर सबको उनके घर छोड़ने आया हूँ। ठेकेदार ने पूरे ठसक के साथ दावा किया कि न रास्ते में पुलिस मिली न ही आने वालों के कोई पास बनवाए गए। सभी को चोरी-छिपे लेकर आया हूँ अखण्डनगर बाजार में यह ट्रक सुबह करीब पहुँचा तो उस पर सवार बच्चे, बूढ़े और जवान, औरतें उतरने लगे अचानक लोगों को ट्रक के अंदर से निकलता देख आसपास के लोग सहम गए जानकारी फैली तो मीडिया वालों के कैमरे भी चमकने लगे। पूछताछ शुरू हुई तो ठेकेदार ने अपना नाम राकेश व निवासी हरपुर बताया। उसने बताया कि इसमें बेहराभारी, नगरी, दसऊपुर तथा हरपुर के लोग है। बताया कि वहां फैक्ट्री बन्द हो गयी। काम छूट गया तो लोग भूखों मरने की स्थिति में आ गए। पंजाब में स्थानीय स्तर पर राहत का कोई सामान न मिलने के कारण लोगों ने गांव पहुंचने की ठान ली सोचा मरना है तो घर ही चलें फिर,16 मई की शाम को चल दिए पुलिस की नजरों को चकमा देते हुए बचते – बचाते आये हैं। कोई पास नहीं बना है। जहां रोके गए बताया कि मर जायेंगे या घर जाएंगे। फिलहाल, इनके अचानक आने से लोग संक्रमण को लेकर चिंतित है। पुलिस व स्वास्थ्य महकमे को स्थानीय लोगों ने सूचना दे दी है।गौरतलब है कि एक दिन पहले ही प्रवासी मजदूर हरियाणा के अंबाला से सहारनपुर में प्रवेश करने के लिए लाठी-डंडे लेकर सड़कों पर उतर आए। मजदूरों के आक्रोश के आगे पुलिस को रास्ता छोड़ना पड़ा झांसी में मध्य प्रदेश बार्डर के निकट जुटे प्रवासियों को रोकने के लिए पुलिस को लाठी भाँजनी पड़ी थी। रीवा बार्डर पर पुलिस चौकी को ध्वस्त करते हुए प्रवासी कामगार प्रयागराज में दाखिल हो गए। बाद में पुलिस ने सख्ती कर सभी को बसों में बैठाने का जतन किया।