कोचस नगर स्थित अपने उर्मिला निवास में अखिल भारतीय वैश्य महासम्मेलन बिहार के आह्वान पर विगत दिनों पटना साहिब के खाजकेला थाना के खाजकेला के प्रतिष्ठित वैश्य समाज के सन्नी गु प्ता की न केवल हत्या की गई वरन् उनके शव यात्रा पर पत्थर बाजी की शर्मनाक घटना के विरोध में हत्या कांड की न्यायिक जांच, हत्यारों की फासी की सजा, परिजनों की सुरक्षा, नौकरी,50 लाख रुपए मुववजा , पलायन करने से रोक आदि गंभीर मुद्दे पर बिहार सरकार से मांग के साथलॉक डाउन के बीच काली पट्टी बांधकर घर में ही सपरिवार एक दिवसीय सत्याग्रह किया । जिसमें मेरी धर्म पत्नी पूर्व जिला पार्षद उर्मिला गुप्ता साथ थी। इस विरोध प्रदर्शन के माध्यम से हम सरकार का ध्यान आकृष्ट करते हैं कि आए दिन लगातार सूबे में वैश्य समाज व व्यवसायियों की घटनाएं , यहां तक कि लॉक डाउन में भी, बढ़ रही हैं। मेरा मानना है कि पुलिस प्रशासन जितनी संवेदनशीलता लॉक डाउन में दिखा रही है ,उतना सामान्य घटनाओं के प्रति संवेदनहीन है। घटना से पहले जानते हुए भी पुलिस सख्त रवैया की जगह ढुलमुल दिखाई पड़ती है। अगर समय रहते अपराधियों की गतिविधि पर सख्ती रहती तो घटनाएं इस कदर नहीं बढ़ती। दुर्भाग्य वश बिहार की गठित एनडीए सरकार में वैश्य समाज की अग्रणी भूमिका रहने के बावजूद सामाजिक,आर्थिक, राजनीतिक व प्रशासनिक जुल्म कुछ ज्यादा ही ढा रहे हैं। लॉक डाउन टूटते ही बिहार में ऐसे जुल्म के खिलाफ हम रोड पर अपनी आवाज बुलंद करेंगे। प्रो अशोक कुमार गुप्ता पूर्व विधानसभा प्रत्याशी व प्रदेश उपाध्यक्ष अखिल भारतीय वैश्य महासम्मेलन बिहार।
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