प्रियांशु कुमार समस्तीपुर बिहार
दिल्ली दंगा के मास्टरमाइंड भाजपा नेता कपील मिश्रा को गिरफ्तार करे पुलिस- बंदना सिंह
समस्तीपुर
सफूरा जरग़र नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ चले आंदोलन में सक्रिय रही है. लॉकडाउन के दौर में सफूरा को दिल्ली में दंगा भड़काने का झूठा आरोप लगाकर गिरफ्तार कर लिया गया है. गिरफ्तारी के समय सफूरा 3 महीने की गर्भवती थी. इसी आधार पर लोगों ने जब सफूरा को रिहा करने की मांग उठाई तो भाजपा नेता कपिल मिश्रा एवं भाजपा आईटी सेल ने सोशल मीडिया पर सफूरा का चरित्र हनन शुरू कर दिया है . देश के प्रधानमंत्री और महिला आयोग इस पूरे मामले में चुप्पी साधे हुए हैं. इसलिए महिला संगठनों ने प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष से सवाल करते हुए सफूरा समेत इशरत, गुलफिशा को रिहा करने एवं दिल्ली दंगा के मास्टरमाइंड एवंं सफूरा पर भद्दी टिप्पणी करने वाले भाजपा नेता कपील मिश्रा को गिरफ्तार करने की मांग पर ऐपवा द्वारा लाकडाउन का पालन करते हुए गुरूवार को शहर के विवेक-विहार मुहल्ला में धरना दिया गया. धरना का नेतृत्व ऐपवा जिलाध्यक्ष बंदना सिंह ने किया. ऐपवा के नीलम देवी, आइसा की स्तुति आदि ने भी धरना में भाग लिया.
ऐपवा के बैनर तले शहर के चीनी मिल चौक पर रंजू देवी, धर्मपुर में शबनम, सनोवर परवीन आदि के नेतृत्व में साथ ही शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्र के दर्जनों घरों में सांकेतिक धरना देकर विरोध दर्ज कराया गया.
प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से इस आशय की जानकारी देते हुए ऐपवा जिलाध्यक्ष सह भाकपा माले नेत्री बंदना सिंह ने कहा कि कपिल मिश्रा द्वारा सफूरा के गर्भावस्था पर भद्दे ट्वीट पर पीएम चुप क्यों हैं ? उनपर कार्यवाही क्यों नहीं की जा रही है?
– जहां हरे और नारंगी ज़ोन में भी गर्भवती महिलाओं से कहा जा रहा है कि वे घर में रहें वहीं गर्भवती सफूरा को कोरोना के खतरे के समय तिहाड़ जेल में क्यों रखा गया गया है ?
उन्होंने कहा कि सीएए विरोधी महिला आंदोलन में सक्रिय सफूरा, इशरत, गुलशिफा को सरकार तत्काल रिहा करे. उन्होंने कहा है कि सफूरा के खिलाफ अभद्र महिला विरोधी दुष्प्रचार, हम सब महिलाओं पर हमला है. इसलिए लॉकडाउन के अंदर से ही हम सफूरा को प्यार और साझेदारी भेजते हैं साथ ही कपिल मिश्रा पर तुरंत कारबाई की मांग करते हैं।