मोकामा।हम देख रहे हैं कि कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा हर दिन बढ़ता ही जा रहा है।वैज्ञानिक अब तक इसके बचाव के उपाय नहीं ढूँढ पाए हैं और सोशल डिस्टेसिंग ही कोरोना संक्रमण से बचाव का एक मात्र उपाय है।परन्तु,लॉकडाउन की वजह से गरीब मजदूर तबकों को दो वक्त की रोटी मिलने में कठिनाई हो रही है।इसी का नतीजा है कि वो अपनी और अपने बच्चों की भूख शांत करने के लिए अपनी जान जोखिम में डाल अपने काम में लग गए हैं।
मामला मोकामा सिनेमा हॉल परिसर स्थित अस्थायी सब्जी मंडी का है।यहाँ सुबह सुबह सैकड़ों की तादाद में सब्जी विक्रेता सोशल डिस्टेसिंग की धज्जी उड़ाते हुए,अपनी और समाज के लोगों की जान के खतरे से बेपरवाह अपना कारोबार कर रहे हैं।उसी भीड़ में सब्जी खरीदने के लिए ग्राहक भी शामिल होते हैं।भगवान न करे ऐसा हो,परन्तु कल्पना करें कि यदि उस भीड़ में एक भी कोरोना संक्रमित व्यक्ति मौजूद है तो फिर क्या होगा।
मालूम हो कि मोकामा सब्जी मंडी के संकीर्ण होने की वजह से प्रशासन ने सब्जी मंडी को अस्थायी तौर पर मोकामा सिनेमा हॉल परिसर में शिफ्ट किया है।सबसे ताज्जुब की बात तो ये कि पूरे दिन सड़कों पर आवश्यक कार्य से भी बाजार जाने वाले लोगों पर डंडा बरसाने वाला प्रशासन, सोशल डिस्टेसिंग की पाठ पढ़ाने सब्जी मंडी में कहीं नजर नहीं आता।प्रशासन ने शीघ्र यदि सुबह-सुबह इस अस्थायी सब्जी मंडी में पुलिस बल की ड्यूटी नहीं लगाई तो किसी अनहोनी घटना से इनकार नहीं किया जा सकता है।इतना ही नहीं कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए सरकार ने जहाँ तहाँ थूकने पर प्रतिबंध लगाया हुआ है,बावजूद बाजार में सड़कों पर थूकते लोग आसानी से नजर आ जा रहे हैं।