बिक्रमगंज/रोहतास
कोरोना वायरस की वैश्विक महामारी की रोकथाम के लिए लॉकडाउन के बीच शहरवासी चैत रामनवमी पूजा की तैयारी कर रहे हैं। पूजा बुधवार के रात से शुरू हो गुरुवार सुबह समाप्त होगी पूजा को ले प्रशासन आमलोगों को लॉकडाउन में सामान खरीदने की ढील दी गई। दो घंटा सुबह व दो घंटा शाम को मिल रही ढील में श्रद्धालु रामनवमी की पूजा के लिए कलश, गेहूं, चना, गुड़ के अलावे पूजन सामग्री की खरीदारी किए। लॉकडाउन के बावजूद लोगों में रामनवमी महापर्व को ले उत्साह देखा गया। घरों के लिए खाद्य सामग्री के साथ रामनवमी पूजा के लिए सामग्री की खरीदारी को प्राथमिकता दे रहे हैं। शहर के तेंदुनी चौक, थाना चौक, ब्लॉक, सासाराम रोड, नासरीगंज रोड में दुकान पर पूजा सामग्री खरीद रहे प्रताप अजीत सिंह, मनोज पांडेय, सुरेश कुमार, व विवेक सिंह ने बताया कि लॉकडाउन तो कुछ दिनों के लिए है। लेकिन रामनवमी की पूजा तो परंपरा व संस्कृति से जुड़ा है, इसे कैसे छोड़ सकते हैं। रामनवमी पर निकलने वाली शोभायात्रा तो लॉकडाउन के चलते नहीं निकली, लेकिन पूजा घरों में करनी है।
मध्य रात्रि में अष्टमी के दौरान होती है निशा पूजा
महाअष्टमी की निशा पूजा को ले पं. शिवजगत मिश्र ने बताया कि महाअष्टमी की पूजा मध्य रात्रि में होती है। मंगलवार को रात 10.14 बजे से अष्टमी शुरू हो रही है। मध्य रात्रि में अष्टमी मंगलवार की रात में मिल रही है। दूसरे दिन पूरे दिन अष्टमी है। रात आठ बजे के बाद नवमी हो रही है। इसलिए बुधवार की रात में अष्टमी नहीं मिलने से महानिशा की पूजा नहीं हो सकती इस कारण मंगलवार की रात ही निशा पूजा करना श्रेयस्कर होता है।