आजमगढ/उत्तर प्रदेश
उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जिले में: लॉक डाउन से रोजीरोटी छिनने के बाद देश के विभिन्न प्रांतों में रह रहे लोग अपने घरों को आना शुरू हो गए हैं। शनिवार से लेकर सोमवार यानी तीन दिनों में जिले में बाहर से करीब तीन हजार लोग आए। इसमें आधे से अधिक पड़ोसी जनपदों के लोग थे। इन्हें रोडवेज प्रशासन ने बसें लगा कर उनके जिलों में पहुंचवाया। जिले के लोगों की रोडवेज पर ही जांच की गई और आइसोलेशन केंद्रों पर भेज कर डॉक्टरों के माध्यम से भी जांच कराई गई। कुछ लोगों को जिला प्रशासन ने अपनी देखरेख में बने सेंटरों पर क्वारंटीन भी कराया है।
लॉक डाउन की वजह से जिले से बाहर गए लोगों के सामने आर्थिक समस्या खड़ी होने लगी तो वे घर वापसी के लिए पैदल ही निकल पड़े। दिल्ली, राजस्थान, गुजारात, हरियाणा से हजारों की संख्या में लोग सड़क पर घर वापसी के लिए निकल आए। प्रदेश सरकार ने बसें लगा कर उन्हें उनके जिले में पहुंचाना शुरू कराया। शनिवार से घर वापसी का जो क्रम शुरू हुआ वह सोमवार की दोपहर बाद तक जारी रहा। इस दौरान जिले में लगभग तीन हजार लोग वापस आए। इसमें से आधे से अधिक पड़ोसी जनपदों के थे, जिन्हें रोडवेज से ही दूसरी बसों के माध्यम से उनके जिलों को भेज दिया गया। वहीं जिले के लोगों की रोडवेज पर ही सूची बनाई गई। इसके साथ ही पास के आइसोलेशन सेंटरों पर भेज कर जांच कराने को कहा गया। कुछ लोगों को जिला प्रशासन ने अपने क्वारंटीन सेंटरों पर भी रखवाया है। आरएम पीके तिवारी ने बताया कि शनिवार को 57, रविवार को 144 व सोमवार को 35 बसों का संचालन किया गया। जिसके माध्यम से जिले में आये पड़ोसी जनपदों के लोगों को उनके जिलों तक पहुंचाया गया।