डेहरी
बदलते मौसम का प्रभाव ना सिर्फ आम की फसलों पर पड़ा है बल्कि इसका कुप्रभाव लोगों की सेहत पर पड़ रहा है। अचानक मौसम के प्रभाव में लाही के प्रकोप से आम फसलों का नुकसान हो रहा है। वहीं इन कीटों से लोगों की आंखों पर बुरा असर पड़ रहा है। किसान रामचंद्र यादव, सुरेश सिंह, रविरंजन राम का कहना है कि पूर्व में एक-दो बार रसायनिक दवाइयों का छिड़काव करने से लाही हट जाता था। इस समय कीटाणुओं के अनुकूल मौसम होने से उन पर असर भी नहीं हो रहा है। संध्या के समय बगैर चश्मे के लोगों को घरों से बाहर निकलने पर कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है। किसानों ने बताया कि आम के पेड़ों में मंजर देखकर काफी खुशी हुई थी। किंतु लाही के कारण उम्मीदों पर पानी फिरता दिख रहा है।
कृषि समन्वयक अनिल कुमार ने बताया कि आम के मंजर को माधवा और रस चूसने वाले कीटों से बचाने के लिए कई कंपनियों की दवाइयां उपलब्ध है। ऐडमायर, मेंकोजिन, कार्बेंडाजिम दवाइयों के छिड़काव से इसके प्रकोप से बचा जा सकता है। मधुमक्खी व अन्य किसान मित्र कीट के ऊपर उसका बुरा असर ना पड़े, किसानों को हल्के जहर का प्रयोग करना चाहिए।