टिकारी/बिहार
टिकारी से ओमप्रकाश की रिपोर्ट
कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए टिकारी में रामनवमी अखाड़ा समिति की बैठक हुई। बैठक में देश पर मंडरा रहे खतरा को देखते हुए इस बार रामनवमी के मौके पर भव्य जुलूस नहीं निकालने का निर्णय लिया गया है। समिति से जुड़े शंभूनाथ केशरी ने बताया कि कोरोना वायरस जानलेवा है। इससे बचने के लिए लोगों को भीड़ भाड़ से दूर रहने के लिए सरकार और स्वास्थ्य विभाग बार-बार जागरुक कर रही है। इसे देखते हुए हम सबों ने यह निर्णय लिया है। जुलूस में हजारों की संख्या में लोगों का जुटान होता है। भीड़ में कौन कहां से आया है और कौन कोरोना पीड़ित इसका पता नहीं लगाया जा सकता है। आम लोगों की जान माल की सुरक्षा को देखते हुए समिति ने अपना दायित्व निभाया है। वायरस के बढ़ते संक्रमण में कमी नहीं आयी तो जल्द ही समिति से जुड़े लोगों की राय के बाद जुलूस को पूर्णत: स्थगित करने का भी निर्णय लिया जा सकता है। सैकड़ों वर्ष पुरानी परंपरा को जिंदा रखने के लिए रामनवमी के दिन हनुमान मंदिर समेत अन्य चिन्हित मंदिरों में पूजा पाठ कर रामनवमी मनायी जाएगी। लेकिन रामनवमी के अखाड़ा जुलूस की वजह से किसी को परेशानी में नहीं डाला जाएगा। समिति के निर्णय के बाद आम लोगों ने इसका स्वागत किया है। लोगों का कहना है कि पहले लोगों की रक्षा की जानी चाहिए। अखाड़े की जगह साधारण तरीके से पूजा पाठ कर परंपरा निभाई जा सकती है।
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फोन नबंर चाहीए